पटना: धनरूआ के मरीज जगदीश विंद (कृषक) की इलाज के दौरान मौत होने के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने जक्कनपुर के दयानंद हाई स्कूल के सामने स्थित आर्थो सेंटर केयर एंड नर्सिग होम के अंदर और बाहर जम कर हंगामा किया. आक्रोशित लोगों ने सड़क पर आगजनी कर जाम कर दिया और समझाने पहुंची पुलिस पर पथराव कर दिया.
पुलिस ने लाठीचार्ज कर सभी को भगा दिया और चिकित्सक को अपने कब्जे में लेकर थाना लायी. लेकिन मामला शांत नहीं हुआ और फिर से लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया और नर्सिग होम के कर्मचारियों से बदसलूकी करने के साथ ही तोड़-फोड़ की. जक्कनपुर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष डीपी सिंह ने बताया कि मामला नियंत्रण में कर लिया गया है.
क्या है मामला
धनरूआ निवासी जगदीश विंद को पेट में दर्द की शिकायत होने के बाद बुधवार को इलाज के लिए नर्सिग होम में भरती कराया गया था. यह नर्सिग होम डा अंजीत सिंह का है. रात में ही जगदीश विंद का ऑपरेशन किया गया और शाम में उनकी मौत हो गयी. मरीज के बेटे संजय विंद ने बताया कि इलाज में कोताही बरतने के कारण उनके पिता की मौत हो गयी.
इसके लिए उनलोगों से दस हजार रुपया भी जमा करवा लिया गया था. उनकी मौत बुधवार की देर रात ही हो गयी थी, लेकिन उन लोगों को सुबह से शाम चार बजे तक मिलने तक नहीं दिया गया. वे लोग जबरन जब मिलने के लिए गये तो उन्हें मृत पाया. नर्सिग होम के चिकित्सकों ने बताया कि लापरवाही का आरोप गलत है. इलाज में किसी तरह की कोताही नहीं बरती गयी है.