पटना: पीएमसीएच में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिड्योर (एसओपी) लागू किया गया है. इसका निर्णय गुरुवार को परिसर में आयोजित बैठक के बाद लिया गया. इसके बाद परिसर में काम नहीं करनेवाले सुरक्षा कर्मी, सफाई कर्मी व नर्सिग स्टाफ पर कार्रवाई की जायेगी, इसलिए परिसर को किस तरह से साफ रखा जाये, इस पर भी विशेष चर्चा की गयी.
वहीं इमरजेंसी, वार्ड में भरती हानेवाले मरीजों का इलाज ठीक से हो रहा है या नहीं इसकी भी जिम्मेवारी प्रभारी सिस्टरों को दी गयी है.
उपाधीक्षक के नेतृत्व में बनी कमेटी : उपाधीक्षक के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी कभी भी अस्पताल के किसी भी वार्ड में औचक निरीक्षण करेगी, निरीक्षण के दौरान अगर कहीं भी काम में कोताही नजर आयेगी, तो संबंधित कर्मी व सिस्टर पर सरकार के नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी. टीम वैसे कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को भेजेगी.
तुरंत करें अधिकारी से शिकायत: इलाज के दौरान या परिसर में किसी तरह की परेशानी हो, जिसका निबटारा सिस्टर इंचार्ज से नहीं हो पा रहा है, तो उसकी सूचना तुरंत अस्पताल प्रबंधक या उपाधीक्षक को दें. अस्पताल में इलाज के दौरान आनेवाली किसी भी तरह की परेशानी का निबटारा तुरंत किया जायेगा.