पटना सिटी: फार्मासिस्टों के कार्य के प्रति महत्व को लेकर लोगों को जागरूक करने देशव्यापी यात्र पर निकला जत्था जागरूकता सोमवार को पटना पहुंचा. जत्था में शामिल लोगों ने राजकीय फार्मेसी कॉलेज संस्थान अगमकुआं के बाहर फार्मासिस्टों की समस्याओं पर धरना दिया.
जिसमें संस्थान के विकास के लिए छह सूत्री मांगों को रखा गया. उनकी प्रमुख मांगों में फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया से संस्थान को मान्यता दिलाने, खाद्य व औषधि प्रयोगशाला को आधुनिक करने, फार्मासिस्टों की पीएचसी व सीएचसी में नियुक्त, राज्य फार्मेसी काउंसिल को ऑनलाइन करने व राजकीय फार्मेसी संस्थान के प्रयोगशाला, पुस्तकालय, छात्रवास का निर्माण व आधुनिकीकरण की मांग की. यात्र का इंडियन फार्मेसी ग्रेच्यूट एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद कुमार व संयुक्त सचिव सुधीर कुमार सिंह शस्त्रधर व फार्मेसी कॉलेज के विद्यार्थियों ने स्वागत किया.
जम्मू से शुरू हुई यात्र: इंडिया फार्मा रिवोलुशन यात्र का नेतृत्व कर रहे अमिताव जोयप्रकाश चौधरी ने बताया कि चार जनवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर से इसकी शुरुआत हुई. यहां से यात्र में शामिल सदस्य जम्मू कश्मीर पहुंचे और वहां से देश भ्रमण पर निकले. अध्यक्ष ने बताया कि अब तक यात्रा पंजाब, हिमाचल, उतराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात होते हुए 11 जून को बिहार पहुंची है.
बिहार में हाजीपुर, छपरा, नालंदा, गया, कटिहार, पूर्णिया, मधुबनी, समस्तीपुर भ्रमण कर पटना आयी है. यहां 18 तक रुकने के बाद 19 को झारखंड के लिए रवाना होगी. यात्र के दौरान जीवन रक्षक दवाओं की गुणवत्ता, फार्मासिस्टों की स्वास्थ्य सेवा में योगदान समेत अन्य मामलों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. यात्रा प्रत्येक राज्य की राजधानी होते हुए दिसंबर में कन्याकुमारी जाकर समाप्त होगी.