पटना: बिहार में भाजपा के बगैर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के बने रहने के लिए उसके पास स्पष्ट बहुमत होने का संकेत देते हुए चार निर्दलीय विधायक आज जदयू की बैठक में शरीक हुए.
जदयू के भाजपा से नाता तोड़ने के बाद भविष्य की रणनीति पर चर्चा के लिए इस बैठक का आयोजन किया गया है.निर्दलीय विधायक ह्यविनय बिहारी, पवन कुमार जायसवाल, दुलाल चंद गोस्वामी और सोमप्रकाश सिंहह्ण जदयू की बैठक में शरीक होने के लिए एक कार में सवार होकर मुख्यमंत्री के एक अणे मार्ग स्थित आवास पहुंच गए. बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और नीतीश कुमार मौजूद हैं.
रोहतास जिले के डेहरी से ज्योति रश्मि नाम की निर्दलीय विधायक बैठक में शरीक होने के लिए नहीं आईं. वहीं, छठे निर्दलीय विधायक दिलीप वर्मा पहले ही भाजपा का साथ देने की घोषणा कर चुके हैं. उन्होंने कहा, “नरेन्द्र मोदी देश की जरुरत हैं.” 243 सदस्यीय राज्य विधानसभा में जदयू के 118 विधायक हैं और उसे 19 जून को विश्वास मत हासिल करने के लिए चार विधायकों के समर्थन की जरुरत है.जदयू के 118 विधायकों के अलावा सदन में छह निर्दलीय, भाजपा के 91, राजद के 22, कांग्रेस के 4, लोजपा एवं भाकपा के एक…एक विधायक हैं.
संपर्क किए जाने पर ज्योति रश्मि के पति प्रदीप जोशी इस बात की पुष्टि की कि सत्तारुढ़ पार्टी के नेताओं द्वारा सरकार में शामिल होने के लिए कई फोन आने के बावजूद उनकी पत्नी बैठक में नहीं गईं.जोशी डेहरी से पूर्व विधायक हैं और एक अवैध खनन मामले में जेल में रहने के चलते उन्होंने अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारा था. जदयू सूत्रों ने बताया कि पार्टी की बैठक आज लगातार दूसरे दिन हो रही है. यादव और कुमार द्वारा पार्टी के सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों को यह बताए जाने की उम्मीद है कि किन हालात में उन्हें राजग से बाहर निकलना पड़ा। साथ ही पार्टी की भवष्यि की रणनीति का खाका भी तैयार किए जाने की