पटना: शनिवार यानी 15 जून से बरसात अवधि शुरू हो रही है. 15 अक्तूबर तक रहनेवाली इस अवधि में जल संसाधन विभाग के अधीन 3672 किमी लंबे तटबंधों की कड़ी चौकसी की जायेगी. विभाग ने बाढ़ अवधि में बाढ़ प्रक्षेत्र से संबंधित सभी कर्मचारी-अधिकारियों की चार महीने तक छुट्टी रद्द कर दी है. इस अवधि में विभाग में किसी तरह का स्थानांतरण भी नहीं होगा. तटबंध टूटने पर कर्मियों को युद्ध स्तर पर काम करने को कहा गया है.
तटबंध की निगरानी के लिए विभाग ने प्रति किलोमीटर एक होमगार्ड की नियुक्ति की गयी है. पांच-पांच की टुकड़ी में जवान तटबंध की चौकसी करेंगे. जिला प्रशासन को भी अलर्ट किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने आपदा आने पर उससे निबटने के लिए संबंधित विभाग को आदेश जारी कर दिया है. वहीं, जल संसाधन विभाग के मुख्यालय में टेलीफोन नंबर के साथ नियंत्रण कक्ष खोला है, जो चौबीसो घंटे काम करेगा. नियंत्रण कक्ष में कर्मचारियों की ड्यूटी चार पाली में लगायी गयी है. तटबंध से संबंधित आम लोग इन नंबरों पर किसी भी तरह की जानकारी दे सकते हैं. हर पाली का प्रभारी कार्यपालक अभियंता को बनाया गया है.
एक पाली में कार्यपालक अभियंता के साथ दो सहायक अभियंता व दो चतुर्थवर्गीय कर्मचारी होंगे. इसके अलावा आठ कर्मचारियों को आरक्षित रखा गया है, ताकि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत उन्हें नियंत्रण कक्ष में ड्यूटी लगायी जाये. जब तक दूसरी पाली के कर्मचारी ड्यूटी ज्वाइन नहीं कर लें, पहली पालीवालों को काम करते रहना होगा.
विभाग के अधीन सभी मुख्य अभियंता कार्यालय से जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता (बाढ़ नियंत्रण) जवाहर लाल रिपोर्ट लेंगे. विभागीय मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सभी अभियंताओं को विशेष चौकसी बरतने को कहा है. बाढ़ पूर्व 413 योजनाओं में 400 का काम पूरा हो चुका है. बाकी योजनाओं का काम आनेवाले दो-चार दिनों में पूरा हो जायेगा.