पटना: बैंक पीओ परीक्षा में ‘मुन्ना भाई’ का नेटवर्क काफी लंबा हो चला है. बड़े महानगर के तकनीकी जानकार लोग इस गोरखधंधे में शामिल हैं. जिन परीक्षा केंद्रों पर सेटिंग हो जा रही है, वहां परीक्षार्थी को चपरासी बना कर मुन्ना भाई शामिल हो रहे हैं, लेकिन जहां सेटिंग नहीं हो पा रही है, वहां पर पहचान पत्र पर लगे फोटो में खेल किया जा रहा है.
फोटो शॉप में फोटो मिक्सिंग करा कर तसवीर बदल दी जा रही है और परीक्षार्थी की जगह मुन्ना भाई बैठ जा रहे हैं. एसबीआइ के विभागीय सूत्र बताते हैं कि परीक्षा सेंटर के कंप्यूटर लैब में काम करनेवाले कुछ कर्मचारी गैंग के सदस्यों का सहयोग करते हैं, क्योंकि बैंक पीओ परीक्षा के लिए नियुक्ति बोर्ड लैब वाले कंप्यूटर युक्त कॉलेजों को ही सेंटर बनाता है.
पीओ की परीक्षा में हो रही धांधली हैदराबाद से होने के संकेत मिल रहे हैं. इस गैंग का सरगना हैदराबाद में बैठ कर देश के अन्य राज्यों की राजधानी में नेटवर्क खड़ा कर लिया है. परीक्षा में फर्जीवाड़े का फं डा सरगना तय करता है और गैंग के सदस्य अपने शहरों में इस पर काम करते हैं. सूत्र बताते हैं कि एसबीआइ के बैंक पीओ की परीक्षा में इस बार कुछ सेंटरों पर परीक्षार्थी के फोटो में खेल किया गया है. मोटी रकम लेकर परीक्षार्थी से मिलता-जुलता चेहरा ढूंढ़ कर फोटो मिक्सिंग करायी गयी है.
परीक्षा सेंटर पर मामूली अंतर जांच के दौरान पकड़ में नहीं आ रहा है और गैंग फर्जीवाड़ा करने में सफल हो रहा है. बिहार में भी इस बार की पीओ परीक्षा में जबरदस्त सेटिंग की गयी है इसका प्रमाण साक्षात्कार में लगातार पकड़े जा रहे परीक्षार्थियों से हो रही है.
क्यों रिस्क ले रहे हैं छात्र
नौकरी के नाम पर मुन्ना भाई गैंग को पैसा दे चुके परीक्षार्थी फर्जीवाड़े की पोल खुलने के बाद भी साक्षात्कार में रिस्क ले रहे हैं. साक्षात्कार टीम द्वारा लगातार मना करने के बावजूद सब कुछ भाग्य पर छोड़ कर परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. यही कारण है कि तीन दिन में कुल सात परीक्षार्थी पकड़े जा चुके हैं.
मुंबई कार्यालय करेगा जांच
भारतीय स्टेट बैंक पटना के पीए गिरजा शंकर ने बताया कि पीओ परीक्षार्थियों के साक्षात्कार में जो भी फर्जीवाड़ा सामने आया है, उसकी रिपोर्ट मुंबई के सेंट्रल कार्यालय को भेजी जा रही है. उन्होंने बताया कि भरती बोर्ड इसे गंभीरता से लिया है तथा बोर्ड इसकी जांच करायेगा.