पटना: छठ पूजा को लेकर लाखों की संख्या में छठव्रती व श्रद्धालु गंगा घाटों पर पहुंचते हैं. इन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसको लेकर जिला प्रशासन, बुडको व निगम प्रशासन द्वारा तैयारी शुरू कर दी गयी है.
घाटों पर सफाई कार्य से लेकर पहुंच पथों को दुरुस्त करने का काम प्रारंभ हो गया है. हालांकि, पर्याप्त संख्या में सफाई मजदूरों को प्रतिनियुक्त नहीं किया गया है. किसी घाट पर तीन, तो किसी घाट पर चार सफाई मजदूरी कचरा साफ कर रहे हैं. सफाई कार्य कार्य को लेकर शनिवार को प्रभात खबर ने विभिन्न घाटों का जायजा लिया.
बांस घाट
बांस घाट के समीप से गंगा की मुख्य धारा की दूरी ढाई किलोमीटर है. इस घाट पर तो प्रशासन की ओर से सफाई का काम तो शुरू हो गया, लेकिन काम धीमा है. घाट के समीप नाले के पानी का बहाव हो रहा है, जहां ह्यूम पाइप से पुल बनाया गया है. शनिवार को इस स्थान पर चार सफाई मजदूर सड़क पर बिखरे कचरे को साफ कर रहे थे, वहीं पर पुल पार करने पर करीब सौ मीटर में बिल्डिंग मेटेरियल बिखरे पड़े हैं. मुख्य धारा के समीप तक पहुंचने में पांच स्थानों पर दलदल की स्थिति है. हालांकि, मुख्य धारा तक पहुंचनेवाली सड़क को दुरुस्त किया जा रहा है. यहां घाट का किनारा काफी खतरनाक है, उसे दुरुस्त करने की जरूरत है. पार्किग व लाइटिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित करनी होगी.
पहलवान घाट
पहलवान घाट से गंगा की मुख्य धारा की दूरी 2.7 किलोमीटर है. मुख्य सड़क से घाट की ओर बढ़ते ही समीप में कचरे का ढेर लगा हुआ है और आगे नाले के पानी बह रहा है. नाले पर ह्यूम पाइप से पुल बनाया गया है. इसमें एक होम पाइप ध्वस्त है, जिसे दुरुस्त करनी होगी. घाट के समीप तीन सफाई मजदूर सफाई कार्य में जुटे थे. यहां से गंगा की मुख्य धारा की ओर बढ़ने पर रास्ते में तीन स्थानों पर दलदल हैं, इन्हें बालू से पाटने की जरूरत है. वहीं आगे के रास्ते पूरी तरह उबड़-खाबड़ है, उसे भी समतल करना होगा. मुख्य धारा का किनारा पूरी तरह खड़ा है, उसे भी प्लेन के साथ ढालनुमा बनाना होगा. यहां निगम ने काम शुरू कर दिया है, लेकिन बुडको की ओर से कोई नहीं पहुंचा है.