पटना: अब मरीज के परिजनों को उनकी मौत का प्रमाण पत्र लेने के लिए दौड़ना नहीं पड़ेगा. इसको लेकर अस्पताल प्रशासन की ओर से बुधवार को एक कार्यशाला का आयोजन परिसर में किया गया, जिसमें मृत्यु प्रमाणपत्र एक दिन में परिजनों को कैसे मिले, इसको लेकर चर्चा हुई.
एक सप्ताह में लागू होगी व्यवस्था
अस्पताल अधीक्षक डॉ अमर कांत झा अमर ने बताया कि मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए परिजनों को कई महीनों तक दौड़ना पड़ता है. जिसके कारण उनका कई काम बाधित होता है और इसकी व्यवस्था इतनी लचर बनायी गयी है कि परिजनों को बिना मतलब का दौड़ाया जाता है.
डॉ झा ने कहा कि किसी भी विभाग में भरती मरीजों की मृत्यु होने के तुरंत बाद एचओडी या सीनियर चिकित्सक उसका मृत्यु प्रमाणपत्र को उसी वक्त बनायेंगे और डिस्चार्ज फाइल के साथ उसे अटैच कर देंगे, फाइल तैयार होने के बाद उसपर अधीक्षक या उपाधीक्षक हस्ताक्षर करेंगे और परिजनों को सौंप दिया जायेगा. यह व्यवस्था एक सप्ताह के भीतर शुरू कर दिया जायेगा.