शराब मुक्त भारत बापू के सपने को सच करने जैसा होगा : सीएम नीतीश

पटना : बिहार मेंपूर्ण शराबबंदीलागूकरने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब पूरे भारत को भी इसी राह पर देखने चाहते हैं. इसी के तहतजदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को दिल्ली के इस्कॉन ऑडीटोरियम में राष्ट्रीय स्तर पर लीकर फ्री इंडिया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लीकर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 16, 2020 9:53 AM

पटना : बिहार मेंपूर्ण शराबबंदीलागूकरने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब पूरे भारत को भी इसी राह पर देखने चाहते हैं. इसी के तहतजदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को दिल्ली के इस्कॉन ऑडीटोरियम में राष्ट्रीय स्तर पर लीकर फ्री इंडिया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लीकर फ्री इंडिया आने वाली नयी पीढ़ी के लिए यह एक प्रेरणा बनेगा.

सीएम नीतीश ने कहा कि महात्मा गांधी चाहते थे कि भारत नशा मुक्त हो और लीकर फ्री इंडिया बापू के सपने को सच करने जैसा होगा. जदयूकेराष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने छात्र जीवन का किस्सा सुनाते हुए कहा किमैंने अपने छात्र जीवन में देखा कि लोग शराब पी कर अपने ही परिवार के सदस्यों के साथ मार पीट कर रहें हैं, उन्हें गालियां दे रहे हैं. अत: मैं चाहता था कि इन सबबुराईयोंके जड़ शराब को ही खत्म किया जाये.इसअवसर पर नीतीश कुमार ने लीकर फ्री इंडिया कार्यक्रम को आयोजित करने वाली संस्था को बधाई दी.

बता दें कि यह कार्यक्रम ‘मिलिटा ओड़िशा निशा निवारण अभिजन’ की ओर आयोजित किया गया था. बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद घरेलू हिंसा के साथ ही अपराध और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आयी है. इस साल बिहार में विधानसभा चुनाव होना है और शराबबंदी अभियान के जरिये नीतीश कुमार बड़ा संदेश देना चाहते हैं. बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद मुख्यमंत्री कई बार यह कहते हुए नजर आये हैं कि महिलाएं उनसे बताती हैं कि शराबबंदी से पहले उनके पति क्रूर नजर आते थे, वही पति अब अच्छे लगते हैं. शराबबंदी के बाद अपराध में कमी आने का बिहार सरकार द्वारा दावा भी किया जाता है.

गौरतलब है कि बिहार में पांच अप्रैल, 2016 से पूर्ण शराबबंदी है. बिहार के इस प्रयोग को दूसरे राज्यों में भी अपनाने की मांग होती रही है. शराबबंदी के लिए आंध्र प्रदेश और मिजोरम में भी लोगों ने अभियान चलाया था. देश के कई राज्यों में इस अभियान को चलाने के लिए समाज का एक बड़ा तबका आगे आ रहा है. इस कार्यक्रम में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के अलावा गांधीवादी राधा भट्ट सहित आंध्र प्रदेश, मिजोरम सहित कई राज्यों के समाजसेवी शामिल हुए.

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