पटना: आइजीआइएमएस में एमसीएच (यूरोलॉजी) की प्रवेश परीक्षा का पेपर आखिरकार मेल पर क्यों मंगवाया गया, इसका जवाब सोमवार से खोजा जायेगा, जब संस्थान निदेशक आ जायेंगे. फिलहाल निदेशक छुट्टी पर चल रहे हैं.
इस कारण से प्रश्न पत्र आउट होने का मामला ठंडे बस्ते में चला गया है और बिना जांच पूरी किये संस्थान प्रशासन ने 23 अगस्त को परीक्षा लेने की नयी तिथि घोषित कर दी है, लेकिन इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.
जानकारी के मुताबिक कार्रवाई नहीं करने के पीछे इस मामले में शामिल लोगों को बचाना है, क्योंकि संस्थान निदेशक के नाम पर मामले को शांत किया गया है और इससे जुड़े लोगों को मौका दिया जा रहा है कि वे साक्ष्य को मिटा दें. हालांकि इसमें पैसे के खेल की भी चर्चा जोरों पर है. फिलहाल अभी जांच प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है. इस कारण से मामला किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंच पाया है.
हालांकि प्रश्नपत्र आउट होने के पीछे आइजीआइएमएस के शैक्षणिक ढांचे के कमजोर होने की बात कही जा रही है. यही वजह है कि पदाधिकारियों के रहते चार दिन पहले हुई एमसीएच (यूरोलॉजी) की प्रवेश परीक्षा में धांधली हुई है और प्रश्नपत्र आउट हुआ. इसके लिए यहां के शैक्षणिक पदाधिकारी संदेह के घेरे में हैं. विदित है कि विवि में 270 छात्रों की इंटरनल परीक्षा यहां के शैक्षणिक पदाधिकारियों के माध्यम से होती है. ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि आगे दोबारा ऐसी घटना नहीं होगी.