पटना : 15 हजार नीम हकीम हुए प्रशिक्षित, सरकार लेगी काम

साढ़े चार लाख नीम हकीमों को दी जायेगी ट्रेिनंग पटना : राज्य में गांव-गांव में फैले चार लाख नीम हकीमों में से 15 हजार प्रशिक्षित कर लिये गये. सरकार के स्तर पर अब इनसे प्राथमिक उपचार का काम लेने की तैयारी है. प्रशिक्षण प्राप्त करनेवाले नीम हकीमों को बहुउद्देश्यीय सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता का नाम दिया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 7, 2019 7:55 AM
साढ़े चार लाख नीम हकीमों को दी जायेगी ट्रेिनंग
पटना : राज्य में गांव-गांव में फैले चार लाख नीम हकीमों में से 15 हजार प्रशिक्षित कर लिये गये. सरकार के स्तर पर अब इनसे प्राथमिक उपचार का काम लेने की तैयारी है. प्रशिक्षण प्राप्त करनेवाले नीम हकीमों को बहुउद्देश्यीय सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता का नाम दिया गया है.
ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए गठित राज्य परामर्शदातृ कमेटी के अध्यक्ष डाॅ एलबी सिंह ने बताया कि इन सभी कार्यकर्ताओं को पटना में आयोजित समारोह में प्रमाणपत्र सौंपा जायेगा.
उन्होंने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के दूसरे बैच के प्रशिक्षण के लिए 30 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं. इनका प्रशिक्षण इसी माह में आरंभ किया जायेगा. डॉ सिंह ने बताया कि पहले चरण में 21 हजार कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया था. इनमें 15 हजार कार्यकर्ताओं ने परीक्षा पास की है. अब इन सभी कार्यकर्ताओं को पंचायतों में तैनात किया जायेगा. इन कार्यकर्ताओं से ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य क्षेत्र में और कौन-कौन सी सेवाएं ली जायें, इस पर विचार चल रहा है. सरकार द्वारा 2015 में नीम -हकीम कहे जाने वाले इन लोगों को प्रशिक्षण दिलाने का काम आरंभ किया गया था.
एनओआइएस ने तैयार की पाठ्य सामग्री
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) ने इनके लिए एक साल का पाठ्यक्रम तैयार किया है. सभी सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को राज्य के 38 जिलों के 149 प्रथम रेफरल यूनिट और 533 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी गयी है.
कोर्स जिनमें दिया गया है प्रशिक्षण
स्वास्थ्य परीक्षण
स्वस्थ पर्यावरण
संतुलित आहार
मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य की देखरेख
परिवार कल्याण कार्यक्रम में परामर्श
प्राथमिक उपचार के तरीके
पांच वर्षों से अधिक अनुभव वालों को प्राथमिकता
सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को मान्यताप्राप्त बोर्ड से 10वीं पास एवं तीन से पांच वर्षों का अनुभव होना आवश्यक है. पांच वर्षों से अधिक अनुभववाले आवेदकों को प्राथमिकता दी जाती है. इनके प्रशिक्षण के लिए पांच हजार रुपये नामांकन शुल्क लिया जाता है. इसके एवज में एनओआइएस नामांकित विद्यार्थियों का पाठ्य सामग्री, आडियो-वीडियो कार्यक्रम, परिचय पत्र, परीक्षाके लिए प्रवेश पत्र, परीक्षा का समय सारणी और परीक्षा केद्र का विवरण उपलब्ध कराता है. इस कार्यक्रम में प्रायोगिक और सैद्धांतिक परीक्षाएं साल में दो बार ली गयी.

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