पटना : सरकारी बैंक कर्ज देने के मामले में हैं उदासीन, महंगा लोन लेने को लोग हो रहे मजबूर

निजी फाइनेंस कंपनियां हो रहीं मालामाल पटना : राज्य में सरकारी बैंक लोन देने में उदासीन रवैया अपनाते हैं. इसका नतीजा है कि सरकारी बैंकों की तुलना में निजी फाइनेंस कंपनी या संस्थान अधिक ब्याज दर पर आम लोगों को लोन दे रहे हैं. माइक्रो फाइनेंस संस्थान के नाम से निजी फाइनेंस कंपनियां 13 से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 5, 2019 8:19 AM
निजी फाइनेंस कंपनियां हो रहीं मालामाल
पटना : राज्य में सरकारी बैंक लोन देने में उदासीन रवैया अपनाते हैं. इसका नतीजा है कि सरकारी बैंकों की तुलना में निजी फाइनेंस कंपनी या संस्थान अधिक ब्याज दर पर आम लोगों को लोन दे रहे हैं.
माइक्रो फाइनेंस संस्थान के नाम से निजी फाइनेंस कंपनियां 13 से 18 प्रतिशत की महंगी ब्याज दर पर कर्ज दे रही हैं. वह भी बिना कोई ज्यादा कागजी खानापूर्ति किये. किसी तरह के गारंटर की जरूरत भी नहीं पड़ती है. सरकारी बैंकों के ऐसे रवैये के कारण ही लोग निजी फाइनेंस कंपनियों से महंगी ब्याज दर के बाद भी लोन लेने को विवश हैं. इस कारण उन्हें आर्थिक चपत लग रही है.
सीडी रेशियो आज तक नहीं पहुंचा 50 प्रतिशत से अधिक
निजी फाइनेंस कंपनी
वाले आम लोगों को 18 से 23 प्रतिशत की महंगी ब्याज दर पर दे रहे कर्ज
बेहद कम समय में राज्य
में 45 निजी फाइनेंस कंपनियों ने फैला लिया अपना कारोबार, 54 हजार परिवारों को मिला लोन
राज्य के सरकारी बैंकों में लोगों के जमा हैं तीन लाख 45 हजार करोड़, लोन बांटा महज एक लाख 45 हजार करोड़
एसएलबीसी (राज्यस्तरीय बैंकर्स कमेटी) की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में सरकारी बैंकों का सीडी रेशियो करीब 43 प्रतिशत है, जो पिछले वर्ष की तुलना से भी 1.25 प्रतिशत कम है. पिछले 10 साल के दौरान बिहार का सीडी रेशियो 50 प्रतिशत से अधिक नहीं पहुंच सका है. सूबे के बैंकों में लोगों के तीन लाख 45 हजार 234 करोड़ रुपये जमा हैं, लेकिन इसमें महज एक लाख 45 हजार 120 करोड़ रुपये के ही लोन बैंकों ने बांटे हैं. इसी वजह से यहां का सीडी रेशियो बेहद कम है. इससे साफ पता चलता है कि यहां के बैंक आम लोगों को लोन देने में कितनी कोताही बरतते हैं.
तेजी से बढ़ रहा इन निजी संस्थानों का कारोबार
बैंकों के खराब सीडी रेशियो के कारण राज्य में निजी फाइनेंस संस्थानों का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. बेहद कम समय में ही राज्य में 45 निजी फाइनेंस कंपनियों ने अपना कारोबार फैला लिया है. इन्होंने अब तक 54 हजार परिवारों के बीच लोन बांटा है. 35 लाख 30 हजार से ज्यादा इनके ग्राहक बन गये हैं. ये संस्थान सिर्फ लोन बांटने का काम करते हैं और इसकी बदौलत अपना इतना बड़ा कारोबार खड़ा कर लिया है.

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