प्रदूषण की मार : शाम को पटना की हवा और हुई जहरीली, हानिकारक गैसों का घनत्व बढ़ा

पटना : पटना की हवा नवंबर माह में लगातार दूषित बनी हुई है. पिछले दो-तीन दिनों में ही पटना की हवा पूअर (खराब) से वैरी पूअर (बहुत खराब) की श्रेणी में फिर पहुंच गयी है. गुरुवार को पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 390 रहा. तकनीकी तौर पर यह हवा बहुत खराब श्रेणी की मानी जा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 15, 2019 5:45 AM
पटना : पटना की हवा नवंबर माह में लगातार दूषित बनी हुई है. पिछले दो-तीन दिनों में ही पटना की हवा पूअर (खराब) से वैरी पूअर (बहुत खराब) की श्रेणी में फिर पहुंच गयी है. गुरुवार को पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 390 रहा.
तकनीकी तौर पर यह हवा बहुत खराब श्रेणी की मानी जा सकती है, लेकिन असल में गुरुवार को पटना की हवा उससे कहीं अधिक कष्टदायक महसूस की गयी. सबसे खराब स्थिति शाम को बनी, जब कुछ हानिकारक गैसों की मात्रा सहन योग्य लिमिट से अधिक हो गयी. कुल मिलाकर शाम को पटना में हानिकारिक गैसों का घनत्व सामान्य से अधिक रहा. मुजफ्फरपुर और गया की हवा भी पटना की तरह खराब बनी हुई है.
गुरुवार को मुजफ्फरपुर की हवा का एयर क्वालिटी इंडेक्स पटना से कुछ ही कम 341 और गया का एयर क्वालिटी इंडेक्स 281 रहा. हालांकि, इन दिनों शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स पिछले हफ्ते काफी सुधर गया था. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से जारी आधिकारिक जानकारी के मुताबिक गुरुवार की शाम 5:30 बजे नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा 45, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड की मात्रा 72, ऑक्साइड ऑफ नाइट्रोजन की मात्रा 75, पीएम 2.5 की मात्रा 161 और कार्बन मोनो आक्साइड की मात्रा 8 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर दर्ज की गयी. ठीक एक घंटे बाद इन हानिकारक गैसों की मात्रा बढ़ कर क्रमश: 107.70, 65, 122, 160, 11.80 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर हो गयी. जानकारी के मुताबिक कार्बन मोनोऑक्साइड की पटना शहर के लिए अधिकतम सीमा महज 4 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है.
इस तरह इस गैस की मात्रा लिमिट से तीन गुनी अधिक हो गयी. नाइट्रिक ऑक्साइड और ऑक्साइड आफ नाइट्रोजन की मात्रा भी तय लिमिट से अधिक दर्ज की गयी. इसके अलावा दूसरी गैस भी अपनी लिमिट के इर्द-गिर्द ही रही. पीएम 2.5 की मात्रा शाम शाम 7:50 बजे सामान्य से पांच से छह गुनी अधिक 269 दर्ज की गयी.

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