भारतीय पीएचडी छात्र ने जीता ‘ब्रिक्स-युवा नवोन्मेषक पुरस्कार”, बिहार के रहने वाले हैं रवि प्रकाश
रियो दि जिनेरियो/नयी दिल्ली : छोटे एवं सीमांत ग्रामीण डेरी किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिये कच्चा दूध को अत्यधिक ठंडा करने वाली वहनीय स्वदेशी इकाई का आविष्कार करने को लेकर भारतीय पीएचडी छात्र रवि प्रकाश ने 25,000 डॉलर का ‘ब्रिक्स-युवा नवोन्मेषक पुरस्कार’ जीता है. आईसीएआर-नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनडीआरआई) के पीएचडी छात्र […]
रियो दि जिनेरियो/नयी दिल्ली : छोटे एवं सीमांत ग्रामीण डेरी किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिये कच्चा दूध को अत्यधिक ठंडा करने वाली वहनीय स्वदेशी इकाई का आविष्कार करने को लेकर भारतीय पीएचडी छात्र रवि प्रकाश ने 25,000 डॉलर का ‘ब्रिक्स-युवा नवोन्मेषक पुरस्कार’ जीता है. आईसीएआर-नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनडीआरआई) के पीएचडी छात्र प्रकाश चौथे ब्रिक्स- युवा वैज्ञानिक मंच,2019 के लिये विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा ब्राजील भेजे गये 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे.
रवि प्रकाश बिहार के रहने वाले हैं. विभाग ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि मंच में भारत ने 25,000 डॉलर का प्रथम पुरस्कार जीता. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘भारत ने ब्राजील में छह सेआठ नवंबर, 2019 के दौरान ब्रिक्स युवा वैज्ञानिक मंच के सम्मेलन में प्रथम पुरस्कार जीता. आईसीएआर-एनडीआरआई के पीएचडी छात्र रवि प्रकाश को यह पुरस्कार मिला.’ इस प्रौद्योगिक के जरिये कच्चे दूध का तापमान आधे घंटे में 37 डिग्री सेल्सियस से सात डिग्री सेल्सियस किया जा सकता है.