पटना: कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, कोई यूं ही बेवफा नहीं होता. यह शेर महाराजगंज लोकसभा उपचुनाव में एनडीए की हार के बाद गुरुवार को भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री राजीव प्रताप रूडी ने पढ़ा. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले इस हार का संकेत अच्छा नहीं है. यह हमारे लिए भी चिंता का विषय है. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की जितनी जरूरत भाजपा को है, उतनी ही जदयू को भी है.
प्रभुनाथ की व्यक्तिगत जीत : पार्टी कार्यालय में संवाददातों से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में तो हम नरेंद्र मोदी का इस्तेमाल कर ही रहे हैं, जहां-जहां एनडीए का शासन है, वहां-वहां भी नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, शिवराज सिंह चौहान व वसुंधरा राजे सिंधिया जैसे नेताओं का उपयोग किया जाना चाहिए.
बिहार में भाजपा व जदयू के केंद्रीय नेतृत्व को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. महाराजगंज की जीत को उन्होंने लालू प्रसाद की नहीं, प्रभुनाथ सिंह की व्यक्तिगत जीत करार दिया. रूडी ने कहा कि एनडीए की बैठक में महाराजगंज उपचुनाव के नतीजे की समीक्षा होगी. क्या शिक्षा मंत्री के पद से पीके शाही को त्याग पत्र नहीं दे देना चाहिए? इस पर उन्होंने कहा, वह एक सफल मंत्री हैं. उन्हें इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है. महाराजगंज के अगले चुनाव की तैयारी में अभी से जुट जाना चाहिए.
संवाददाता सम्मेलन में पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह, प्रदेश महामंत्री संजीव चौरसिया, सूरज नंदन मेहता, विधायक प्रेमरंजन पटेल और प्रवक्ता संजय मयूख भी मौजूद थे.