पटना जिले के अपराधियों के पास भी हैं एके-47, जानें एके 47 राइफल से जुड़े कुछ मामलों के बारे में
पटना : बिहार के अपराधियों के पास पहले से ही एके-47 मौजूद हैं. एक अनुमान के मुताबिक पटना जिला के अपराधियों के पास कम से कम आधा दर्जन से अधिक एके-47 मौजूद है. लेकिन, इनको बरामद करने में पुलिस विफल रही है. अपराधी पकड़ कर जेल भी भेजे गये, लेकिन उन लोगाें से एके-47 की […]
पटना : बिहार के अपराधियों के पास पहले से ही एके-47 मौजूद हैं. एक अनुमान के मुताबिक पटना जिला के अपराधियों के पास कम से कम आधा दर्जन से अधिक एके-47 मौजूद है. लेकिन, इनको बरामद करने में पुलिस विफल रही है. अपराधी पकड़ कर जेल भी भेजे गये, लेकिन उन लोगाें से एके-47 की जानकारी पुलिस नहीं ले पायी और न ही बरामद किया जा सका. पटना में मर्डर की कई घटनाएं हुई, जिसमें एके-47 का उपयोग किया गया. आमतौर पर यह हथियार केवल पुलिस या सेना के पास ही होती है.
एके 47 राइफल से जुड़े कुछ मामले
पांच फरवरी 2016 को फतुहा के जेठुली में
लोजपा नेता बृजनाथी सिंह की हत्या में दो एके-47 के इस्तेमाल की बात सामने आयी थी. कुछ की गिरफ्तारी भी हुई, लेकिन एके-47 बरामद नहीं कर पायी.
बिहटा के मनोज सिंह गिरोह के पास भी एके-47 है. बिहटा के रंजीत चौधरी के पास भी एके-47राइफल होने की चर्चा थी. रंजीत भी पकड़ा गया लेकिन हथियार बरामद नहीं हो सकी.
11 मई, 2018 को अनिसाबाद में पूर्व डिप्टी मेयर के पति की हत्या में भी एके-47 हथियार के प्रयोग की बात सामने आयी थी. लेकिन, इसे बरामद नहीं किया जा सका.
पुलिस मुठभेड़ में मारे गये नौबतपुर के कुख्यात मुचकुंद के पास भी एके-47 राइफल थी. मुजफ्फरपुर में समीर सिंह हत्याकांड में भी वह शामिल था और उनकी भी इसी से हत्या हुई थी, लेकिन एके-47 बरामद नहीं हो पायी.