पटना : विधान परिषद में ध्यानाकर्षण के माध्यम से ही सत्ता पक्ष ने कला व संस्कृति मंत्री विनय बिहारी को घेरा. विधान पार्षद संजीव कुमार सिंह ने पूछा कि 2011 में सभी जिलों में सांस्कृतिक व साहित्यिक गतिविधियों की अभिव्यक्ति को बढ़ावा देने के लिए टैगोर सांस्कृतिक परिसर का निर्माण कराना था, लेकिन कहीं भी अब तक नहीं बन सका है. इस पर मंत्री विनय बिहारी ने कहा कि 2011 में ही सभी जिलों से प्रस्ताव मांगा गया था, लेकिन भागलपुर छोड़ किसी भी जिलाधिकारी ने प्रस्ताव नहीं दिया.
इससे ये कार्यक्रम शुरू नहीं हो सका. इसमें 60 फीसदी केंद्र और 40 फीसदी राशि राज्य सरकार को देनी थी. मंत्री के जवाब देने के बाद जदयू के विधान पार्षद नीरज कुमार, संजीव कुमार सिंह ने विभाग की कार्रवाई की तेजी पर ही सवाल उठाये. इसके बाद केदारनाथ पांडेय, किरण घई, बैद्यनाथ प्रसाद, हरेंद्र प्रताप सभी ने एक सूर में कहा कि संस्कृति के विकास के लिए सांस्कृतिक संगठनों की भूमिका होती है. ऐसे में अगर विभाग का आदेश का पालन नहीं हो रहा है तो कार्रवाई करना चाहिए. इस मामले को मंत्री गंभीरता से लें.
और केंद्र से मिलनेवाले हिस्से को हर हाल में लें. इस पर मंत्री विनय बिहारी ने कहा कि केंद्र से राशि नहीं मिलने से नुकसान हो रहा है. जल्द ही सभी जिलाधिकारियों को बुला कर टैगोर सांस्कृतिक परिसर निर्माण करवाने के लिए काम करेंगे.