अंतरराष्ट्रीय वाहन चोर गिरोह के दस सदस्य गिरफ्तार
चार पिस्टल व 10 मोबाइल समेत दस लक्जरी वाहन भी पकड़े गये
डेढ़ माह से पुलिस टीम लगी थी गिरोह के पीछे
पटना : पटना पुलिस की टीम ने शहर के कई इलाकों में छापेमारी कर अंतरराष्ट्रीय वाहन चोर गिरोह के सरगना समेत दस सदस्यों को पकड़ लिया. इन लोगों के पास से शहर से चोरी की गयी 12 लक्जरी वाहनों को बरामद किया गया है. खास बात यह है कि पकड़े गये गिरोह में एक गैराज मालिक भी है.
यह गैराज मालिक चोरी के वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर व चेचिस नंबर बदल कर बिक्री कर देता था. इसके लिए यह मात्र एक लाख 20 हजार में चोरी की गाड़ियों को खरीदता था व उसे नेपाल, भूटान व मणिपुर के ग्राहकों को डेढ़ से लेकर तीन लाख तक बेच देता था. यह गाड़ी के फर्जी कागजात भी तैयार कर लेता था व उसे ग्राहकों को देता था. हालांकि नेपाल, भूटान व अन्य जगहों से आनेवाले भी काफी शातिर थे. वे साइबर कैफे में वाहनों के कागजात स्कैन कर फर्जी बना लेते थे, फिर गाड़ी लेकर निकल जाते.
एजेंट में महिलाएं भी : इस गिरोह के तार भूटान व नेपाल से भी जुड़े है. गैराज में गाड़ी का नंबर बदल जाने के बाद मणिपुर में दो एजेंट महिलाएं उन वाहनों को खरीदने के बाद नकली कागजात बना कर मणिपुर ले जाती थीं और वहां से भूटान भेज दिया जाता था. नेपाल में रहने वाला एक शख्स गाड़ियों को खरीद कर बिहार के बॉर्डर से नेपाल ले जाता था और ऊंची कीमत में बेच देता था.
वीडियो फुटेज से पकड़े गये : इस गिरोह के पास अपना एक स्विफ्ट डिजायर कार थी. इसी कार में बैठ कर ये लोग घटना को अंजाम देते थे. इस गिरोह ने 29 मई को पाटलिपुत्र इलाके में गैराज में रखे वाहन को चुरा लिया था, लेकिन इनकी गाड़ी का नंबर एक चिकित्सक के घर के आगे लगी सीसीटीवी कैमरा के वीडियो फुटेज में आ गया था. इसके बाद पुलिस लगातार इन सभी के पीछे लगी थी और काफी मशक्कत के बाद स्विफ्ट डिजायर कार को आलमगंज इलाके में पकड़ा गया. उस कार में गिरोह का सरगना आसीफ कमाल उर्फ बाबू उर्फ मनीष कुमार तिवारी पकड़ा गया. जब उससे पूछताछ की गयी और उसकी निशानदेही पर छापेमारी शुरू की गयी, तो पुलिस को लगातार सफलता मिलने लगी. चोरी की 12 लक्जरी वाहनों को बरामद कर लिया गया. इसके साथ ही गिरोह के दस सदस्यों को भी पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली.
पुलिस की एक टीम मणिपुर जायेगी : एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि शहर में इन दिनों वाहन चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ था. इसके लिए विशेष टीम का गठन कर गिरोह के उद्भेदन करने में लगाया गया. टीम में शामिल पुलिसकर्मियों के अथक प्रयास के बाद गिरोह के दस सदस्य व चोरी की 12 गाड़ियां बरामद की गयी है. इन लोगों से पूछताछ जारी है. संभावना है कि और भी वाहन बरामद किये जा सकते है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में पुलिस की एक टीम मणिपुर भी जायेगी और वाहनों की चोरी और उसे बेचने के नेटवर्क की जानकारी लेगी. इसके लिए गिरोह के सरगना को पूछताछ के लिए फिर से रिमांड पर भी लिया जा सकता है.