चुनाव आयोग ने दिया संकेत: तीन साल से एक ही जगह पर जमे अधिकारी हटेंगे

पटना : चुनाव आयोग ने संकेत दिया है कि लोकसभा चुनाव पूर्व तीन साल से अधिक समय से एक ही जगह पर जमे पदाधिकारियों को हटाया जायेगा. चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने गुरुवार को पटना पहुंची आयोग की फुल टीम ने सरकार से पुलिस-प्रशासन में तैनात अफसरों का डिटेल्स मांगा है. मुख्य चुनाव आयुक्त […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 18, 2019 7:32 AM

पटना : चुनाव आयोग ने संकेत दिया है कि लोकसभा चुनाव पूर्व तीन साल से अधिक समय से एक ही जगह पर जमे पदाधिकारियों को हटाया जायेगा. चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने गुरुवार को पटना पहुंची आयोग की फुल टीम ने सरकार से पुलिस-प्रशासन में तैनात अफसरों का डिटेल्स मांगा है.

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की अध्यक्षता में पटना आयी आयोग की टीम ने राज्य सरकार को अधिकारियों की मौजूदा पोस्टिंग, कितने दिनों से वे इस पद पर बने हैं आदि की विस्तृत जानकारी देने को कहा है.मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में ये निर्देश दिये गये हैं.
अधिकारियों के साथ बैठक के बाद आयोग की टीम सभी राजनीतिक दलोें के प्रतिनिधियों के साथ भी विचार-विमर्श किया और उनके सुझाव मांगे. आयोग की ओर से पहली बैठक पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के के साथ हुई. इसमें कहा गया कि चुनाव में धन के दुरुपयोग से लेकर नशे से संबंधित साधनों के खिलाफ कड़ाई से अभियान छेड़ा जायेगा. खास तौर से आयकर और पुलिस विभाग का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया गया. वाहनों पर भी नजर रखने को कहा गया.
दोपहर करीब एक बजे बिहार पुलिस के नोडल पदाधिकारियों, केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मुख्य चुनाव आयुक्त ने बैठक की. इसमें एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन, सुनील खोपड़े, डॉ केके सिंह, संजय कुमार सहित तमाम पदाधिकारी मौजूद थे. रेलवे और हवाई सेवा से संबंधित पदाधिकारियों के साथ भी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर आयुक्त ने चर्चा की. चुनाव आयोग ने पुलिस मुख्यालय से यह भी पूछा है कि राज्य में वर्तमान में अधिकारी समेत पुलिस बलों की संख्या कितनी है? एसटीएफ और राज्य कमांडों की संख्या भी पूछी गयी है.
एसएसबी, सीआरपीएफ, सीआइएसएफ समेत अन्य केंद्रीय बलों की संख्या कितनी है? बिहार पुलिस में कितने पद रिक्त हैं? साथ ही कितने अधिकारी तीन साल से ज्यादा समय एक ही स्थान पर जमे हुए हैं? कौन-कौन से अधिकारी किन-किन पदों पर जमे हैं? किनका गृह जिला कौन सा है? चुनाव आयोग ने यह भी जानना चाहा है कि वर्ष 2014 चुनाव के दौरान कितने पुलिस बलों की जरूरत पड़ी थी? कितनी तैनाती की गयी थी? इस तरह से विस्तृत जानकारी चुनाव आयोग ने पुलिस मुख्यालय से मांगी है.

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