पटना : दीपावली के बाद दो लाख परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलेगा घर

ग्रामीण विकास विभाग की तरफ से 15 दिनों के बाद करवाया जायेगा सामूहिक गृह प्रवेश पटना : इस बार राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत करीब दो लाख लोगों को दीपावली के मौके पर घर मिलने जा रहा है. इन बेघर गरीबों को घर देने के साथ ही इनके लिए सामूहिक गृह प्रवेश […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 7, 2018 6:42 AM
ग्रामीण विकास विभाग की तरफ से 15 दिनों के बाद करवाया जायेगा सामूहिक गृह प्रवेश
पटना : इस बार राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत करीब दो लाख लोगों को दीपावली के मौके पर घर मिलने जा रहा है. इन बेघर गरीबों को घर देने के साथ ही इनके लिए सामूहिक गृह प्रवेश का कार्यक्रम आगामी 15 दिनों में ग्रामीण विकास विभाग की तरफ से आयोजित करवाया जायेगा.
पहले यह कार्यक्रम दीपावली के मौके पर ही आयोजित होना था, लेकिन कुछ विभागीय कारणों से कार्यक्रम को एक पखवाड़े के लिए बढ़ा दिया गया है. विभाग की तरफ से इस दिन सभी लाभुकों का गृह प्रवेश कराया जायेगा. हालांकि, विभाग की तरफ से इस दीपावली तक तीन लाख घर तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन लाभुक और विभागीय कर्मियों के स्तर पर लापरवाही की वजह से लगभग दो लाख ही आवास का निर्माण पूरा हो पाया है.
इस वजह से इतनी संख्या में ही घरों का गृह प्रवेश कराया जा रहा है. इसके अलावा आवास निर्माण में जिस पदाधिकारी के स्तर पर लापरवाही बरती गयी है, उसकी गहन समीक्षा कर सख्त कार्रवाई की जायेगी. आवास सहायकों और पर्यवेक्षकों के प्रदर्शन की समीक्षा भी आवास निर्माण की संख्या के आधार पर ही की जायेगी. इसके बाद सभी दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी. जिन्होंने आवास का निर्माण निर्धारित समय में पूरा नहीं करवाया है, उन्हें प्रोत्साहन भत्ता नहीं दिया जायेगा.
निर्माण की रफ्तार धीमी
कुछ जिलों में आवास निर्माण की रफ्तार बेहद धीमी है. इन जिलों के कारण पीएमएवाई की हालत ज्यादा खराब बनी हुई है. इसमें अररिया, अरवल, भागलपुर, दरभंगा, बक्सर, कटिहार, खगड़िया, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पटना, पूर्वी चंपारण, सुपौल और सीतामढ़ी शामिल हैं.
इन सभी जिलों में लक्ष्य का 10 फीसदी भी उपलब्धि हासिल नहीं हुई है. कुछ जिलों की उपलब्धि तो पांच फीसदी से भी कम है.
दिसंबर तक 11 लाख 60 हजार घर बनाने का लक्ष्य
पीएमएवाई के अंतर्गत 2022 तक राज्य में 35 लाख बेघरों को आवास मुहैया कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसमें चालू वित्तीय वर्ष के दौरान दिसंबर तक 11 लाख 60 हजार आ‌वास बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
इस लक्ष्य में दीपावली तक सात लाख 60 हजार घर बनाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसे बाद में कम करके तीन लाख आवास कर दिया गया था. साथ ही सभी जिलों को इन आवासों को चरणवद्ध तरीके से पूरा करने की पूरी कार्य योजना तैयार की गयी थी. इसके बाद भी पूरा लक्ष्य प्राप्त नहीं हो पाया है. अब तक करीब सात लाख लाभुकों को पहली किस्त, करीब तीन लाख को दूसरी किस्त और महज 70 हजार को तीसरी किस्त की राशि जारी की गयी है.

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