दशहरे बाद होगा निगम बोर्ड का गठन, नीतीश आज 3 दिनों के लिए जायेंगे दिल्ली, इधर जदयू में शामिल हुए प्रशांत किशोर

जदयू की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में सीएम ने दिया आश्वासन पटना : राज्य में 20 सूत्री के सदस्य, निगम, बोर्ड, आयोग और अकादमियों के पदों को दशहरे के बाद से भरने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. राज्य में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से निगम-बोर्ड और आयोगाें को भंग कर दिया गया था. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 17, 2018 6:37 AM
जदयू की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में सीएम ने दिया आश्वासन
पटना : राज्य में 20 सूत्री के सदस्य, निगम, बोर्ड, आयोग और अकादमियों के पदों को दशहरे के बाद से भरने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. राज्य में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से निगम-बोर्ड और आयोगाें को भंग कर दिया गया था. तीन वर्ष बाद अब इनके गठन की पहल होगी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में इसका अाश्वासन पार्टी नेताओं को दिया. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद पार्टी नेताओं में उत्साह है. राज्य स्तर पर करीब 400 पदों पर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को स्थान मिलेगा. मुख्यमंत्री ने संकेत दिया कि मंत्रिमंडल का भी विस्तार हो सकता है.
एक अणे मार्ग में करीब चार घंटे तक चली जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा इसकी घोषणा करते ही पार्टी नेताओं ने इसका ताली बजा कर स्वागत किया. राजनीतिक कार्यकर्ताओं को सबसे अधिक स्थान 20 सूत्री कार्यक्रमों में मिलता है.
इसमें प्रखंड से लेकर राज्य स्तर तक कार्यकर्ताओं को भागीदारी मिलती है. पार्टी कार्यकर्ताओं को यह प्रतीक्षित मांग भी थी. राज्य में कुल 42 बोर्ड-निगम हैं. इनमें अब तक राज्य खाद्य आयोग, बाल संरक्षण आयोग और महिला आयोग को छोड़कर किसी भी बोर्ड-निगम के पदों पर कार्यकर्ताओं का मनोनयन नहीं किया गया है. 2015 के विधानसभा चुनाव के बाद महागठबंधन सरकार के सत्ता में आने पर इस तरह की पहल की गयी थी.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने इसके लिए अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से आवेदन भी मांगे थे. उस दौरान बोरों में भरकर आवेदन आये थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद की ओर से ही इस दिशा में फाइनल लिस्ट नहीं दी गयी. इसके बाद इस मसले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. अब भी सवर्ण आयोग, मदरसा बोर्ड, अल्पसंख्यक आयोग, भोजपुरी भाषा अकादमी, मगही भाषा अकादमी, नागरिक परिषद, नारियल बोर्ड सहित तमाम बोर्डों और आयोगों के पद रिक्त हैं. हर बोर्ड और आयोग में तीन-पांच सदस्य होते हैं. इसी तरह से 20 सूत्री कार्यक्रमों में सबसे अधिक कार्यकर्ताओं की भागीदारी होती है.
जदयू में शामिल हुए प्रशांत किशोर
2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी और 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान जदयू व महागठबंधन के रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने रविवार को जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनको पार्टी की सदस्यता दी. पार्टी नेताओं ने प्रशांत किशोर का पार्टी में स्वागत किया. बैठक शुरू होने के पहले ही प्रशांत किशोर ने ट्वीट करके यह साफ संकेत दिया था कि वह बिहार में नयी यात्रा के लिए उत्साहित हैं. वह द इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी के संस्थापक हैं .
नीतीश आज तीन दिनों के लिए जायेंगे दिल्ली
जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार से तीन दिनों के लिए दिल्ली जा रहे हैं. यह उम्मीद लगायी जा रही है कि इस दौरान उनकी मुलाकात भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से हो सकती है. इस दौरान दोनों दलों के नेताओं के बीच लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर अंतिम वार्ता हो सकती है.
मुख्यमंत्री ने इसका भी संकेत पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में दिया है. उन्होंने कहा कि जदयू कैडर बेस पार्टी है. इसे कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता. पार्टी के कार्यकर्ता तैयारी में जुटे. भाजपा के साथ जदयू का सम्मानजनक गठबंधन हैं. शीट शेयरिंग को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है. हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा बाद में की जायेगी.

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