बिहार के बौद्ध स्कूल से 18 बच्चों को सुरक्षित त्रिपुरा पहुंचाया गया

अगरतला : त्रिपुरा के एक मंत्री ने बताया कि बिहार के एक बौद्ध मिशनरी स्कूल से 18 आदिवासी छात्रों को यहां सुरक्षित पहुंचाया गया. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सुदीप रॉय बर्मन ने बताया कि ये बच्चे उत्तरी त्रिपुरा के जिले में पेंचार्थल के मोग और चकमा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. इनके परिवारवालों ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 15, 2018 5:43 PM

अगरतला : त्रिपुरा के एक मंत्री ने बताया कि बिहार के एक बौद्ध मिशनरी स्कूल से 18 आदिवासी छात्रों को यहां सुरक्षित पहुंचाया गया. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सुदीप रॉय बर्मन ने बताया कि ये बच्चे उत्तरी त्रिपुरा के जिले में पेंचार्थल के मोग और चकमा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. इनके परिवारवालों ने इन्हें बोध गया पढ़ाई के लिए भेजा था. लेकिन, बच्चों के अभिभावकों को सूचना दिए बगैर यह स्कूल दो महीने पहले बंद हो गया था.

इन बच्चों को बिहार पुलिस ने सुरक्षित ट्रेन से यहां त्रिपुरा पहुंचा दिया. इन बच्चों को लेने अगरतला रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार की शाम को बर्मन पहुंचे थे. बर्मन ने संवाददाताओं को बताया, ‘बच्चों के त्रिपुरा पहुंचने के बाद हम लोगों को राहत मिली है. बिहार सरकार से जनजाती कल्याण विभाग इस मामले की जांच करने के लिए कहेगा. हम नहीं चाहते हैं कि त्रिपुरा सरकार की जानकारी के बिना कोई बच्चा राज्य से बाहर जाये. यह घटना हम सभी लोगों के लिए आंख खोलने वाली है.’ त्रिपुरा राज्य बाल कल्याण सोसाइटी की अध्यक्ष निलीमा घोष ने बच्चों से मुलाकात की और आरोप लगाया कि इन बच्चों के शरीर पर चोट और प्रताड़ित करने के निशान हैं. सोसाइटी जल्द ही स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगी.

Next Article

Exit mobile version