बिहार के सरकारी स्कूलों में सुबह की प्रार्थना अनिवार्य
पटना : बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों में अनुशासन और समयबद्धता के पालन के उद्देश्य से छात्रों एवं कर्मचारियों के लिए लाउडस्पीकर के जरिए सुबह की प्रार्थना अनिवार्य कर दी है जिसमें राज्य गीत भी शामिल है. शिक्षा विभाग ने आदेश गत 9 अगस्त को जारी किया था. इसके तहत प्रदेश के सरकारी एवं सरकारी […]
पटना : बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों में अनुशासन और समयबद्धता के पालन के उद्देश्य से छात्रों एवं कर्मचारियों के लिए लाउडस्पीकर के जरिए सुबह की प्रार्थना अनिवार्य कर दी है जिसमें राज्य गीत भी शामिल है. शिक्षा विभाग ने आदेश गत 9 अगस्त को जारी किया था. इसके तहत प्रदेश के सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त 76,000 से अधिक स्कूलों में तत्काल प्रभाव के साथ सुबह की प्रार्थना अनिवार्य कर दी गयी है.
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने बताया कि इसका उद्देश्य छात्रों एवं कर्मचारियों के बीच अनुशासन और समयबद्धता को बढ़ावा देना है. महाजन द्वारा जारी इस आशय के पत्र में चेतना सत्र अथवा प्रार्थना सभा को प्रदेश के सभी सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों (प्राथमिक, मध्य और माध्यमिक स्कूलों) में अनिवार्य किया गया है. महाजन ने बताया कि स्कूल के प्राचार्य लाउडस्पीकर सेट विकास निधि अथवा छात्र निधि से खरीद सकते हैं.
प्रार्थना सभा का आयोजन लाउडस्पीकर के जरिये किये जाने के उद्देश्य के बारे में पूछे जाने पर महाजन ने बताया कि इसके इस्तेमाल से स्कूल के आसपास रहने वाले छात्रों को कक्षा प्रारंभ होने के बारे में पता चल जायेगा और वे उसमें समय पर भाग ले सकेंगे. इस प्रार्थना सभा में शामिल कियेगये बिहार गीत में ‘‘मेरी रफ्तार में सूरज की किरण नाज करे … और तू ही राम है, तू रहीम है" शामिल है.