पटना: नगर निगम का अभियान बेअसरसार्वजनिक नल पर बेचा जा रहा चिकन, प्रशासन बेखबर
नगर निगम का अभियान बेअसर पटना: नगर निगम चारों अंचलों में अतिक्रमण, सड़कों पर बिल्डिंग मेटेरियल, खुले में मांस-मुर्गा-मछली दुकान और अवैध विज्ञापन होर्डिंग्स के खिलाफ अभियान चला रहा है. अभियान के दौरान निगम प्रशासन अतिक्रमणकारियों से जुर्माना वसूल कर चला जाता है. मगर बाद में ठीक से निगरानी नहीं होने के कारण अभियान बेअसर […]
नगर निगम का अभियान बेअसर
पटना: नगर निगम चारों अंचलों में अतिक्रमण, सड़कों पर बिल्डिंग मेटेरियल, खुले में मांस-मुर्गा-मछली दुकान और अवैध विज्ञापन होर्डिंग्स के खिलाफ अभियान चला रहा है. अभियान के दौरान निगम प्रशासन अतिक्रमणकारियों से जुर्माना वसूल कर चला जाता है. मगर बाद में ठीक से निगरानी नहीं होने के कारण अभियान बेअसर हो रहा है. अतिक्रमणकारी धड़ल्ले से सार्वजनिक स्थलों व नलों पर कब्जा जमाकर खुले में मुर्गा दुकान खोले बैठे हैं. इन दुकानों पर निगम प्रशासन की नजर नहीं पड़ती है.
सुबह से शाम तक सजी रहती है दुकानें: बोरिंग रोड चौराहा से राजापुर पुल की ओर जाने वाली सड़क पर निगम प्रशासन ने सार्वजनिक पीने के पानी की व्यवस्था की है. लाखों खर्च करके बोरिंग के साथ-साथ पानी टंकी लगी. फर्श बनवाया गया है और तीन-चार नल लगे हैं. लेकिन यह सार्वजनिक नल अब किसी काम का नहीं रह गया है. पानी टंकी के नीचे चिकेन बेचनेवाले दुकानदार का कब्जा है और फर्श पर मुर्गा काटने का काम होता है.
खानापूर्ति साबित हो रहा अभियान
अभियान की जिम्मेदारी अपर नगर आयुक्त शीला ईरानी को दी गयी है. अपर नगर आयुक्त व नूतन राजधानी अंचल के कार्यपालक ने मिल कर बोरिंग रोड, बोरिंग कैनाल रोड, सहदेव महतो मार्ग, चिल्ड्रेन पार्क आदि जगहों से लगातार दो दिन तक एक-एक अतिक्रमण और स्थायी निर्माण को ध्वस्त किया. लेकिन, इस अभियान के बाद निगम अधिकारी बोरिंग रोड की तरह नहीं आये. इससे फिर से खुले में मांस-चिकन की दुकानें सज गयी हैं. यह स्थिति सिर्फ बोरिंग कैनाल रोड की नहीं है, बल्कि कंकड़बाग ऑटो स्टैंड, राजेंद्र नगर, मैकडेवल गोलंबर, दिनकर गोलंबर, मछुआ टोली, राजाबाजार आदि की भी है.