पटना : बिहार के किसानों के लिए खुशखबरी है. मनीला (फिलीपिंस) स्थित अंतरराष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान राज्य में पोषक तत्वों से भरपूर बायो फोर्टिफाइड धान की किस्म लायेगा. संस्थान धान की ऐसी किस्म की खेती का प्रयोग करेगा जिसमें जिंक की मात्रा अधिक हो. यह किस्म गर्भवती महिलाओं के साथ आमलोगों को भी कुपोषण से बचायेगा.
राज्य सरकार अपने कृषि फार्म में धान की ऐसी किस्म को प्रयोग के तौर पर लगाने के लिए जमीन उपलब्ध करायेगा. अतंरराष्ट्रयी धान अनुसंधान संस्थान के प्रबंधन निदेशक डाॅ मैथ्यू मोरेल ने अपनी टीम के साथ बुधवार को सचिवालय में कृषि मंत्री डाॅ प्रेम कुमार से मिलकर बिहार में धान की खेती पर चर्चा की. मंत्री ने कहा कि राज्य में बाढ़ और सुखाड़ किसानों के लिए बड़ी चुनौती है.
इससे निबटने के उपाय किये जाने चाहिए. किस्म एेसी हो कि सूखे और बाढ़ की स्थिति में बेहतर उपज दे सके. मोरेल ने कहा कि उनकी संस्था ऐसी किस्में लाई हैं, जिससे इन समस्याओं का निराकरण किया जा सकेगा. संस्था बिहार में यंत्रीकरण और महिला सशक्तीकरण पर भी काम करेगी. कम पानी में धान की खेती हो इसकी भी व्यवस्था की गयी है. इन सबका प्रयोग बिहार में होगा. छात्रों को भी ट्रेनिंग दी जायेगी.