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तंबाकूमुक्त बिहार बनाना लक्ष्य
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर धूम्रपानमुक्त घोषित पांच जिले व दो-दो छापामार दस्ते सम्मानित पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने तंबाकू उत्पादों को कैंसर सहित कई जटिल बीमारियों का जनक बताते हुए अगले कुछ वर्षों में बिहार को तंबाकू मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने कहा कि सरकार व सिविल सोसाइटी के प्रयास […]
विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर धूम्रपानमुक्त घोषित पांच जिले व दो-दो छापामार दस्ते सम्मानित
पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने तंबाकू उत्पादों को कैंसर सहित कई जटिल बीमारियों का जनक बताते हुए अगले कुछ वर्षों में बिहार को तंबाकू मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने कहा कि सरकार व सिविल सोसाइटी के प्रयास से सूबे में तंबाकू प्रयोग का आंकड़ा 53 फीसदी से घट कर 26 फीसदी रह गया है, लेकिन इस आंकड़े को शून्य पर लाना बड़ी चुनौती होगी. वे गुरुवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे.
कार्यशाला में हाल में धूम्रपान मुक्त घोषित हुए पांच जिलों के साथ ही पांच अन्य जिलों के छापामार दस्ते के दो-दो सदस्य भी सम्मानित हुए. सम्मानित हाेने वाले जिलों में जहानाबाद, गोपालगंज, खगड़िया, सहरसा व मधुबनी शामिल रहे. सर्वाधिक दंडात्मक कार्रवाई करने वाले जिलों में पटना के नौशाद इकबाल व राजेश कुमार सहित अन्य जिलों के दस्ते को सदस्य शामिल थे.
मंत्री ने कहा कि सरकार आईजीआईएमएस व एसकेएमसीएच में कैंसर मरीजों के लिए अत्याधुनिक व्यवस्थाएं मुहैया करा रही है. धूम्रपान रोकने को 2003 में कोटपा कानून भी बना. लेकिन, सिर्फ कानूनी सख्ती से रोक संभव नहीं.
यह जन जागृति का विषय है. इसके खिलाफ चलाये अभियान से पता चलता है कि हमारे प्रयास कितने कारगर रहे. प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि धूम्रपान रोकथाम को लेकर लीगल फ्रेमवर्क पर विचार करने की जरूरत है. इसकी पेंचिदगियों का फायदा उठा कर तंबाकू उद्योग फल-फूल रहा है. मौके पर राज्य स्वास्थ्य समिति के इडी लोकेश कुमार सिंह भी मौजूद रहे.
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