सिविल सजर्न डॉ केके मिश्र ने प्रभात खबर में छपी खबर के बाद आवश्यक कार्रवाई की है. सभी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि इमरजेंसी या ओपीडी में जो भी दवाइयां मरीजों को मुफ्त दी जाती हैं, अगर उसकी कमी है, तो दवा लिखने से पहले चिकित्सक प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से बात करें.
पटना:सिविल सजर्न डॉ केके मिश्र ने प्रभात खबर में छपी खबर के बाद सभी अस्पतालों में दवा व जांच का ब्योरा लिया. इसके बाद सभी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि इमरजेंसी या ओपीडी में जो भी दवाइयां मरीजों को मुफ्त दी जाती हैं, अगर उसकी कमी है, तो दवा लिखने से पहले चिकित्सक प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से बात करें. ऐसा करने में कठिनाई होती है, तो जो बाहर की दवा मरीजों को लिख रहे हैं, उसकी एक सूची चिकित्सक खुद तैयार करें.
वरना मॉनीटरिंग के बाद अगर ऐसे चिकित्सक पकड़े गये, तो उनकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग में भेजी जायेगी और उनसे तत्काल प्रभाव से स्पष्टीकरण भी मांगा जायेगा. इसके लिए एक टीम बनायी जायेगी, जो माइक्रो स्तर पर इन बातों की मॉनीटरिंग करेंगी. डॉ मिश्र ने कहा कि प्रधान सचिव के दिशा-निर्देश को भी चिकित्सक नहीं मान रहे हैं और ओपीडी के समय में एमआर को इंटरटेन कर रहे हैं. जो गलत है और इसके लिए पकड़े गये चिकित्सकों पर कार्रवाई होगी. जहां तक शहरी अस्पतालों की कमियों की बात है उसके लिए सभी प्रभारियों को रिपोर्ट भेजने को कहा गया है, ताकि उन कमियों को जल्द से जल्द दूर किया जा सके.
न्यू गार्डिनर रोड में हुई बैठक : न्यू गार्डिनर की खबर छपने के बाद अस्पताल निदेशक डॉ उदय कुमार गुप्ता ने बैठक कर कमियों को ठीक करने की योजना बनायी, लेकिन देखा गया कि मंगलवार को भी ओपीडी में बहुत से डॉक्टर समय से नहीं पहुंच पाये. बावजूद इसके डॉ गुप्ता ने कहा कि सभी चिकित्सकों को समय पर आने का दिशा-निर्देश दिया गया है.