बिहार के लोकायुक्त का फर्जी लेटरहेड तैयार कर वीआईपी कोटे से आरक्षित कराता था रेलवे टिकट, गिरफ्तार

पटना / मुंबई : बिहार के लोकायुक्त, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव समेत कई राज्यों के वरिष्ठ नौकरशाहों, सांसदों और विधायकों के फर्जी लेटरहेड पर वीआईपी कोटे से रेलवे टिकट आरक्षित करानेवाले एक युवक को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मूलरूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहनेवाला आरोपित युवक टिकट आरक्षित कराने के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 24, 2018 8:36 AM

पटना / मुंबई : बिहार के लोकायुक्त, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव समेत कई राज्यों के वरिष्ठ नौकरशाहों, सांसदों और विधायकों के फर्जी लेटरहेड पर वीआईपी कोटे से रेलवे टिकट आरक्षित करानेवाले एक युवक को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मूलरूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहनेवाला आरोपित युवक टिकट आरक्षित कराने के लिए प्रति लेटरहेड 1200-2400 रुपये वसूलता था.

जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से लखनऊ के निवासी 29 वर्षीय एक व्यक्ति को कथित रूप से नेताओं और नौकरशाहों के फर्जी लेटरहेड बनाने तथा वीआईपी कोटा के तहत धनी यात्रियों को टिकट बुक कराने के लिए ‘सिफारिश’ के तौर पर उन्हें भेजने को लेकर गिरफ्तार किया गया है. मुंबई के एक जीआरपी अधिकारी ने बताया कि आरोपित देवप्रताप सिंह वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को यह फर्जी पत्र बेचता था और उनसे प्रति पत्र 1200-2400 रुपये वसूलता था.

इस संबंध में अधिकारी ने कहा, ‘‘अबतक की जांच के दौरान सामने आया है कि उसने महाराष्ट्र के एससीएस (गृह), उत्तरप्रदेश के मुख्य सचिव और बिहार के लोकायुक्त समेत विभिन्न राज्यों के वरिष्ठ नौकरशाहों, सांसदों और विधायकों के फर्जी लेटरहेड तैयार किये हैं.’ डीसीपी (जीआरपी) समधन पवार ने कहा, ‘‘देवप्रताप सिंह प्रति पत्र करीब 1200-2400 रुपये लेता था. वह पिछले दो सालों से ऐसा कर रहा है.’ स्थानीय अदालत ने उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया है.

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