Advertisement
पीएमसीएच में दवाओं की कमी, बाहर खरीद रहे मरीज
पटना : पीएमसीएच में फिर से दवाओं का संकट गहराता जा रहा है. गंभीर बीमारी व सर्जरी की दवाओं का संकट गहरा गया है. आलम ये है कि मरीजों को यहां कॉटन (रूई) और बैंडेज भी अपने पैसे से खरीदने पड़ रही हैं. स्लाइन भी लोग बाहर से खरीद कर ला रहे हैं. अस्पताल कर्मचारियों […]
पटना : पीएमसीएच में फिर से दवाओं का संकट गहराता जा रहा है. गंभीर बीमारी व सर्जरी की दवाओं का संकट गहरा गया है. आलम ये है कि मरीजों को यहां कॉटन (रूई) और बैंडेज भी अपने पैसे से खरीदने पड़ रही हैं. स्लाइन भी लोग बाहर से खरीद कर ला रहे हैं. अस्पताल कर्मचारियों की माने तो स्टोर में ही दवाएं की कमी होते जा रही . वहीं अस्पताल सूत्रों की माने तो अगर दवाओं की खरीद जल्द नहीं हुई, तो 10 दिन बाद से अस्पतालों में संकट पैदा हो जायेगा. निगरानी के खौफ की वजह से हर कोई इससे बचना चाह रहा है. नतीजा यह है कि दवा का भंडार खाली होता जा रहा है.
इधर अस्पताल प्रशासन की माने तो बीएमएसआइसीएल सहित मेडिकल कॉलेजों में होने वाली टेंडर प्रक्रिया का काम पूरा हो चुका है, जल्द ही सभी तरह की दवाएं अस्पताल में मिलना शुरू हो जायेगी. हालांकि 120 तरह की दवाएं देने की बात की जा रही हैं, लेकिन कब मिलेंगी इसके बारे में डॉक्टर सही समय नहीं बता पा रहे हैं.
बच्चा वार्ड में सबसे अधिक परेशानी : पीएमसीएच में सबसे अधिक परेशानी शिशु रोग विभाग में हैं. गर्मी में सबसे अधिक निमोनिया व डायरिया के मरीज आ रहे हैं. लेकिन मरीजों को दवाएं नहीं मिल रही हैं. इतना ही नहीं ओपीडी में बुखार की दवाओं की भी किल्लत होने लगी हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement