पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि तेजस्वी प्रसाद यादव को इस बात की बधाई है, विधान परिषद में भी विरोधी दल के नेता की कुर्सी उनके परिवार को मिल गयी. उन्होंने सुझाव दिया कि तेजस्वी राजद के पार्टी संविधान में ही इस बात का प्रावधान कर दें कि विधानमंडल में उनके परिवार का सदस्य ही सिर्फ पदधारक होगा. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी के परिवार में पार्टी से लेकर सदन तक में सभी महत्वपूर्ण पदों का उनके परिवार में रहना आवश्यक भी है.
सामाजिक न्याय की धारा पर चलने वाली पार्टी में तेजस्वी के परिवार की यह धारा निर्बाध गति से चलती जा रही है. पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों की चिंता बहुत की लेकिन उन्हें महत्वपूर्ण भूमिका कभी नहीं दी. राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर बिहार के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता का पद भी आपके कुनबे के पास है. उन्होंने सवाल किया कि क्या राजद में आपके परिवार से बाहर का कोई ऐसा योग्य व्यक्ति नहीं था, जो सदन में विपक्षी दल के नेता की भूमिका निभा पाता?
क्या यह योग्यता जन्म के साथ केवल लालू परिवार के सदस्य के पास है? संभव है, इन सवालों का जवाब न हो लेकिन तेजस्वी को इतना तो अवश्य बताना चाहिए कि वह क्यों राजद की कमान किसी दलित को नहीं दे सकते? दलितों की चिंता का दिखावा कर उनका वोट लेने का प्रयास कर सकते हैं तो उन्हें नेतृत्व का सहभागी बनाने से परहेज क्यों?