पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि राजनीति में सत्ता की महत्वकांक्षा कितनी ज्यादा होती है, इसे देखना है तो कोई राहुल गांधी को देख ले. राहुल गांधी ने एम्स में जाकर लालू प्रसाद से मिलकर यह संदेश दे दिया कि वह सत्ता के कितने भूखे हैं. वह सत्ता के लिए किसी से भी समझौता कर सकते हैं. ये वही कांग्रेस वाले राहुल गांधी हैं, जो राजद सुप्रीमो को मिलने तक का समय तक नहीं देते थे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी वहीं हैं जिन्होंने ऑर्डिनेंस बिल को भरी सभा में फाड़ दिया था.
राहुल गांधी कभी लालू प्रसाद के साथ मंच शेयर नहीं करते थे. आज सभी कुछ भुलाते हुए राहुल गांधी लालू प्रसाद के साथ रणनीति बनाते दिखे. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि एक समय राहुल गांधी को देश के युवाओं ने अपना आइडियल माना था. जब वह भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलते थे, जब अपने कुर्ते के आस्तीन को चढाते थे तो लगता था कि यह देश के लिए कुछ कर गुजरेंगे. आज उन तमाम युवाओं को निराशा हुई होगी जिन्होंने राहुल गांधी के साथ लालू प्रसाद की तस्वीर देखी होगी.
राहुल ने उन सभी का भरोसा तोड़ा है जिन्हें ये लगा होगा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ है. राहुल, लालू प्रसाद के सामने राजनीति में अपना कद काफी छोटा कर लिया. राहुल को यह समझने की आवश्यकता है कि सत्ता के बगैर भी राजनीति होती है और विरोध में रहकर भी राजनीति को सार्थक बनाया जा सकता है.