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आईजीआईएमएस: जांच से पता चलेगा बार-बार गर्भपात होने का कारण

पटना : इन दिनों गर्भपात और टेस्ट ट्यूब तकनीक कारगर नहीं होना महिलाओं की परेशानी का सबब हो गया है. अब इन समस्याओं से जूझ रही महिलाओं के लिए राहत भरी खबर है. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में ऐसी जांच तकनीक विकसित की जा रही है जिससे बार-बार गर्भपात के कारणों का पता लगेगा. आईजीआईएमएस […]

पटना : इन दिनों गर्भपात और टेस्ट ट्यूब तकनीक कारगर नहीं होना महिलाओं की परेशानी का सबब हो गया है. अब इन समस्याओं से जूझ रही महिलाओं के लिए राहत भरी खबर है. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में ऐसी जांच तकनीक विकसित की जा रही है जिससे बार-बार गर्भपात के कारणों का पता लगेगा. आईजीआईएमएस में हिस्ट्रोस्कोपी जांच से बच्चेदानी की परेशानियों का आसानी से पता लगाया जा सकता है. परेशानी पता लगते ही डॉक्टर इलाज के लिए सुझाव देंगे.
महिला मरीजों के लिए काफी बेहतर साबित होगी यह जांच, परेशानी का होगा समाधान
गर्भाशय की बीमारी को देखेगी मशीन
आईजीआईएमएस के जानकार डॉक्टरों के अनुसार हिस्ट्रोस्कोपी (दूरबीन विधि) से गर्भाशय की बीमारियों को आसानी से देखा जा सकता है. गर्भाशय में किसी भी तरह की रुकावट, ट्यूमर आदि का पता आसानी से लगाया जा सकता है. आईजीआईएमएस के डॉक्टरों ने बताया कि उसमें छिद्रों को सीधे तौर पर परखने के लिए यह बेहतरीन साधन है. वहीं जानकारी देते हुए आईजीआईएमएस के चिकित्सा अधिकारी डॉ मनीष मंडल ने कहा कि आईजीआईएमएस में कई नयी सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है. हिस्ट्रोस्कोपी तकनीक से ट्यूमर आदि को निकाला जा सकता है.
अभी तक गर्भाशय की बीमारियों को बाहरी लक्षणों से ही पहचाना जा सकता था. अब मशीन की सहायता से भीतर से भी बीमारियों की सटीक पहचान की जा सकती है. अस्पताल प्रशासन की मानें तो दो माह के अंदर इस तकनीक को विकसित कर सुविधा देनी शुरू कर दी जायेगी.
बिना चीर-फाड़ के हो सकेगी जांच
आईजीआईएमएस के स्त्री राेग विशेषज्ञ डॉ कल्पना सिंह कहती हैं कि हिस्ट्रोस्कोपी एक तरह का नोट्स यानी नेचुरल ओरिफाइस ट्रांसल्यूमिनल एंडोस्कोपिक ऑपरेशन है. यह बिना चीर फाड़ के होने वाला ऑपरेशन है. इसमें अस्पताल में रुकने की भी जरूरत नहीं होती है. इसको डे केयर सर्जरी भी कहा जाता है. हिस्ट्रोस्कोप एक तरह का हल्का टेलिस्कोप होता है. जो गर्भाशय में दाखिल कराया जाता है. इसमें दर्द से बचाव के लिए जनरल एनेस्थेसिया दिया जाता है.

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