उद्घाटन. राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के सम्मेलन में बोलीं सुमित्रा महाजन
Advertisement
पटना : लोकतंत्र के चारों स्तंभों में हो संतुलन : सुमित्रा महाजन
उद्घाटन. राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के सम्मेलन में बोलीं सुमित्रा महाजन पटना : राष्ट्रमंडल संसदीय संघ, भारत प्रक्षेत्र के छठे सम्मेलन का शनिवार को विधिवत आगाज हो गया. सम्राट अशोक कन्वेंशन हॉल के ज्ञान भवन में आयोजित उद्घाटन समारोह में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने लोकतंत्र में विधायिका की भूमिका को रेखांकित करते हुए इसके चारों […]
पटना : राष्ट्रमंडल संसदीय संघ, भारत प्रक्षेत्र के छठे सम्मेलन का शनिवार को विधिवत आगाज हो गया. सम्राट अशोक कन्वेंशन हॉल के ज्ञान भवन में आयोजित उद्घाटन समारोह में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने लोकतंत्र में विधायिका की भूमिका को रेखांकित करते हुए इसके चारों स्तंभों में संतुलन की बात कही. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का मूल विकास में निहित है और विकास का लक्ष्य हासिल करने में सबका सहयोग जरूरी है.
लोकसभा अध्यक्ष ने सांसदों को मजबूती से अपनी बात रखने को डिबेट की ट्रेनिंग देने के लिए स्पीकर रिसर्च इनिशिएटिव की वकालत की. साथ ही विधायी निकायों के जनता तक पहुंचने के लिए सिविल सोसाइटी को बेहतर माध्यम बताया. समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सस्टेनेबल डेवपलमेंट
लोकतंत्र के चारों…
(टिकाऊ विकास) के लिए संसद और विधानमंडलों में महिलाओं के लिए एक तिहाई आरक्षण की मांग की. उन्होंने कहा कि आजादी के इतने दिन बाद भी संसद या विधानमंडलों में 20% से ज्यादा महिलाओं की संख्या नहीं बढ़ी है. महिलाओं को अधिकार संपन्न व सशक्त बनाने के लिए यह आवश्यक है. राज्यसभा ने महिला आरक्षण बिल को पास कर दिया है.
लोकसभा के लिए अध्यक्ष खुद पहल करें. बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने लोकसभा और विधानसभाओं में अविश्वास मत प्रस्ताव की तरह ही विश्वास मत प्रस्ताव पेश करने के लिए नियमावली बनाने की मांग रखी. उन्होंने कहा कि बदली हुई राजनीतिक परिस्थितियों में गठबंधन की राजनीति एक तरह से अनिवार्य हो गयी है. ऐसी स्थिति में विश्वास मत पर स्पष्ट नियमावली आवश्यक है.
करीब साढ़े तीन घंटे चले कार्यक्रम के दौरान सीपीए की चेयरमैन इमिलिया एम लिफाका ने भव्य स्वागत के लिए बिहार का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि विकास में समावेशी विकास का पहलू होना चाहिए. जनप्रतिनिधियों की जिम्मेवारी होती है कि वे नागरिकों के जीवन में और बेहतरी कैसे लाएं. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने हालिया सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि अब जनप्रतिनिधियों द्वारा घोषित संपत्ति में अचानक बढ़ोतरी की जांच के लिए स्थायी तंत्र बनाने का निर्णय हुआ है. इस निर्णय के लागू होने पर विधायी निकायों की साख बढ़ेगी.
समारोह के अंत में बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारुण रशीद ने धन्यवाद ज्ञापन किया. इस मौके पर वरिष्ठ सांसद मुरली मनोहर जोशी, सीपीए के महासचिव लंदन के अकबर खान, लोकसभा महासचिव स्नेहलता श्रीवास्तव, बिहार विधानसभा के सचिव रामश्रेष्ठ राय और विधान परिषद के सचिव सुनील कुमार भी मंच पर मौजूद रहे. कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से आये विधानसभा अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, विधान परिषद के सभापति व उपसभापति, केंद्र व राज्य के मंत्री, सांसद, विधायक व विधान पार्षद ने भाग लिया.
नीतीश ने की मांग: संसद व विधानसभाओं में भी महिलाओं को मिले एक तिहाई आरक्षण
विजय चौधरी ने कहा: अविश्वास प्रस्ताव की तरह विश्वास प्रस्ताव के लिए भी बने नियमावली
सम्मेलन में राजद का हंगामा, किया बहिष्कार
राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने के बाद राजद विधायकों ने कहा कि उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के माफी मांगने के बाद ही वे इस सम्मेलन में शामिल होंगे. इससे पहले शनिवार को राजद व भाकपा-माले विधायकों ने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर सीपीए सम्मेलन का भगवाकरण का आरोप लगाते हुए बहिष्कार किया. मोदी का जैसे ही संबोधन शुरू हुआ कि राजद व
सम्मेलन में राजद…
भाकपा माले सदस्यों ने हॉल में अपनी-अपनी सीट पर खड़ा होकर विरोध करना शुरू कर दिया. उद्घाटन सत्र का बहिष्कार कर बाहर निकले राजद और भाकपा-माले नेताओं ने कहा कि सम्मेलन की शुरुआत करते हुए सुशील मोदी ने अपने भाषण में भ्रष्टाचार के आरोप में चार मुख्यमंत्रियों के जेल जाने का बयान दिया. उन्होंने इसे राजनीतिक मंच बनाने की कोशिश की.
इस पर अापत्ति जताने पर भी वे नहीं माने. राजद के प्रदेश अध्यक्ष डा रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि सम्मेलन के आयोजन का मकसद बेहतर लोकतांत्रिक व्यवस्था पर विचार करना था. लेकिन सुशील मोदी ने इसे राजनीतिक रंग दे दिया. इसलिए हमलोगों ने इसका बहिष्कार किया. उन्होंने कहा कि सृजन घोटाला करने वालों के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ है.
साथ ही सुशील मोदी पर कई घोटालों में शामिल होने का आरोप लगा है. राजद महासचिव आलोक मेहता और पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि देश में कई घोटाले हो रहे हैं. हाल ही में पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी का नाम सामने आया है. ऐसे में इस सम्मेलन में यह मुद्दा उठाकर सुशील मोदी ने इसे राजनीतिक मंच बनाने का काम किया है. वहीं भाकपा-माले विधायक सत्यदेव राम ने भी इस सम्मेलन में सुशील मोदी के बयान पर नाराजगी जतायी. साथ ही इस सम्मेलन को उद्देश्यहीन बनाने के मोदी के प्रयास की निंदा की.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement