बाल विवाह और दहेज मिटाने को
मानव शृंखला आज
पटना : बिहार एक साल बाद फिर से इतिहास लिखने को तैयार है. शराबबंदी के पक्ष में विश्व की सबसे लंबी मानव शृंखला बनाने के बाद राज्य भर के लोग अब बाल विवाह और दहेज प्रथा को मिटाने के लिए एक-दूसरे का हाथ थाम कर विश्व कीर्तिमान बनाने की तैयारी कर चुके हैं. रविवार को 13,660 किमी में राज्यव्यापी मानव शृंखला बनने जा रही है, जिसमें करीब 4.5 करोड़ लोगों के शामिल होने का अनुमान है. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है.
दोपहर 12 बजे से 12:30 बजे तक लोग एक दूसरे का हाथ थाम कर खड़े रहेंगे. पटना के गांधी मैदान में आयोजित मानव शृंखला में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, विधान परिषद के उपसभापति हारूण रशीद, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी पीके ठाकुर मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे.
सभी जिलों के प्रभारी मंत्री और प्रभारी प्रधान सचिव अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में चले गये हैं, जहां वे मानव शृंखला का नेतृत्व करेंगे. भागलपुर में प्रभारी मंत्री ललन सिंह शृंखला का नेतृत्व करेंगे. इसकी वीडियोग्राफी अौर फोटोग्राफी के लिए भी हर जिले में एक-एक ड्रोन और डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने के लिए एक-एक टीम लगायी गयी है. लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम
बिहार फिर इतिहास…
भी पटना व भागलपुर समेत जिलों में इसका आकलन करेगी.
मानव शृंखला में इस बार हर पंचायत और प्रखंड को जोड़ा जायेगा, जिसके आधार पर हर जिले का रूट चार्ट तैयार किया गया है. पिछली बार एनएच-एसएच की बाध्यता इस बार नहीं रखी गयी है. साथ ही बिहार की वैसी सभी सीमाएं, जहां से दूसरे राज्य टच करते हैं, वहां भी मानव शृंखला बनायी जायेगी.
11 बजे से तीन बजे तक बंद रहेगा ट्रैफिक
मानव शृंखला को लेकर सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक ट्रैफिक लगभग बंद रहेगा. इस दौरान लोग सड़कों पर कतार में खड़े होने की तैयारी करेंगे. वहीं, स्कूलों के बच्चों को निर्धारित स्थानों पर लाने की भी व्यवस्था की जायेगी. 12 बजे से 12:30 बजे तक मानव शृंखला में शामिल होने के बाद सभी के सुरक्षित लौटने के बाद दोपहर करीब तीन बजे से ट्रैफिक को खोला जायेगा. इस दौरान एंबुलेंस, इमरजेंसी सेवा, प्रशासन, न्यूज कवरेज के लिए प्रेस की गाड़ियों को आने-जाने की छूट रहेगी.
खुले रहेंगे विभाग और स्कूल-अस्पताल
मानव शृंखला को लेकर राज्य सरकार के विभागों को खोलने का आदेश दिया गया है और अधिकारियों व कर्मचारियों से सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ मुहिम में शामिल होने की अपील की गयी है. वहीं क्लास छह से आठ वाले मिडिल स्कूल समेत हाई और प्लस टू स्कूलों को भी खोलने और शिक्षकों व बच्चों से मानव शृंखला में शामिल होने का भी अनुरोध किया है. क्लास एक से पांच के बच्चे इसमें शामिल नहीं होंगे, लेकिन इन स्कूलों के शिक्षक बच्चों के अभिभावकों के साथ मानव शृंखला खड़े होंगे. मिडिल स्कूल के बच्चों को मानव शृंखला में शामिल होने के बाद मिड डे मील भी मिलेगा.
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