बेटी की शादी के लिए पेंशन पर लिया था ऋण
Advertisement
रिटायर्ड प्राचार्य के खाते से उड़ाये तीन लाख 20 हजार रुपये
बेटी की शादी के लिए पेंशन पर लिया था ऋण खगौल : मोती चौक स्थित रिटायर्ड प्राचार्य के भारतीय स्टेट बैंक के खाते से उचक्कों ने जालसाजी कर 3,20,000 रुपये उड़ाने का मामला प्रकाश में आया है. नगर के चक्रदाहा निवासी रिटायर्ड प्राचार्य चंदेश्वर राम ने बताया कि एसबीआई मोती चौक स्थित शाखा में मेरा […]
खगौल : मोती चौक स्थित रिटायर्ड प्राचार्य के भारतीय स्टेट बैंक के खाते से उचक्कों ने जालसाजी कर 3,20,000 रुपये उड़ाने का मामला प्रकाश में आया है. नगर के चक्रदाहा निवासी रिटायर्ड प्राचार्य चंदेश्वर राम ने बताया कि एसबीआई मोती चौक स्थित शाखा में मेरा खाता संख्या 10962984019 से 14 जनवरी 2018 से लेकर 16 जनवरी 2018 के बीच कुल तीन लाख 20 हजार रुपये की अवैध निकासी की गयी है. उन्होंने बताया कि आश्चर्य की बात है कि पैसा निकलने की दो दिन के बाद मेरे मोबाइल पर सूचना मिली. इस मामले में उन्होंने बैंक पर भी संदेह जताया है. उन्होंने बताया कि अवैध निकासी की सूचना देने जब शाखा प्रबंधक के पास गया तो उनका व्यवहार असहयोगात्मक रहा. उन्होंने बिना एफआईआर के किसी भी तरह के सहयोग करने से साफ इन्कार कर दिया.
जब पीड़ित मामले कि शिकायत करने खगौल थाने पहुंचे तो वहां बैठे अधिकारी ने शिकायत दर्ज करने से मना करते हुए उन्हें हाजीपुर का मामला बता वहीं पर कराने को कह चलता कर दिया. जानकारी के अनुसार खाता के अपडेट के अनुसार पैसे का ट्रांसफर किसी अनिल कुमार चौधरी, दबैच, जिला-वैशाली के एसबीआई खाता संख्या 32613014466 में हुआ है. उसके मोबाइल नंबर पर काॅल करने पर काॅल कनेक्ट नहीं होता है. जब पीड़ित वृद्ध प्राचार्य मामला दर्ज कराने हाजीपुर थाना पहुंचे, तो वहां भी पुलिस मामला दर्ज करने से इन्कार कर दिया. अंत में पीड़ित अपनी फरियाद लेकर एसएसपी मनु महाराज ने गुहार लगायी तो उन्होंने मामला दर्ज करने के लिए उन्हें खगौल थाना भेज दिया. उन्होंने बताया कि बेटी की शादी के लिए पेंशन खाता पर लिया था. इस संबंध में थानाध्यक्ष संजय पांडेय ने बताया कि पीड़ित की शिकायत को लेकर कार्रवाई की जा रही है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement