पटना : आयकर विभाग की टीम रूबन हॉस्पिटल की दोनों इकाईयों में पिछले दो दिनों से सर्वे कर रही है. इस दौरान कई तरह के दस्तावेज मिले हैं, जिनकी गहन जांच चल रही है. इसके बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि कितने की किस-किस स्तर पर गड़बड़ी हुई है. अब तक की जांच में यह बात सामने आयी है कि पाटलिपुत्र स्थित रूबन इमरजेंसी हॉस्पिटल के मालिक ने पटना एम्स से करीब पांच किमी की दूरी पर छह कट्ठा से ज्यादा का प्लॉट खरीदा है. इसका वर्तमान बाजार मूल्य कागज पर करीब पांच करोड़ रुपये दिखाया गया है.
इस जमीन के एवज में हॉस्पिटल ने करीब 20 करोड़ रुपये का लोन एक बैंक से ले लिया है. अब आयकर विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि कागज पर पांच करोड़ रुपये मूल्य दिखा कर जिस जमीन पर लोन लिया गया है, उसे खरीदने का स्रोत सही है या नहीं. जमीन खरीदने के लिये रुपये कहां और कैसे आये, क्या इन रुपये को आयकर विभाग के समक्ष दिखाया गया था. इन तमाम बातों की जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि जमीन के खरीद की हकीकत क्या है और इसमें खरीदी गयी राशि कहां से आयी है.