2018 में बिहार पुलिस में इन पदों पर होगी बंपर बहाली, नजर बनायें रखें

पटना : बिहार पुलिस को करीब दो हजार वायरलेस ऑपरेटरों की जरूरत है. प्रदेश में यह पद करीब-करीब रिक्त ही है. 1989 में अंतिम बार वायरलेस ऑपरेटरों की भर्ती की गयी थी. इसके बाद से भर्ती ही नहीं हुई है. ऑपरेटरों की कमी पुलिस को डिजिटल करने की मुहिम में सबसे बड़ा रोड़ा है. एनालॉग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2018 12:57 PM

पटना : बिहार पुलिस को करीब दो हजार वायरलेस ऑपरेटरों की जरूरत है. प्रदेश में यह पद करीब-करीब रिक्त ही है. 1989 में अंतिम बार वायरलेस ऑपरेटरों की भर्ती की गयी थी. इसके बाद से भर्ती ही नहीं हुई है. ऑपरेटरों की कमी पुलिस को डिजिटल करने की मुहिम में सबसे बड़ा रोड़ा है. एनालॉग से डिजिटल वायरलेस सेट से लैस करने की योजना भी इससे प्रभावित हो रही है. फिलहाल पटना और नालंदा पुलिस को अत्याधुनिक डिजिटल वायरलेस सेट भले ही मुहैया करा दिया गया हो, पर शेष जिलों में यह काम चुनौती बना हुआ है. इधर पदों को भरने को लेकर विभागीय स्तर पर कवायद चल रही है. परंतु यह काम आसान भी नहीं है. इसमें अभी वक्त लगेगा.

पुलिस मुख्यालय से जुड़े सूत्रों के मुताबित हर थाने में दो-दो ऑपरेटरों की जरूरत होती है. इसके अलावा गाड़ियों में भी सेट लगाया जाता है. लगभग सभी थानों में यह पद खाली है. दूसरी ओर, प्रदेश के सभी जिलों को डिजिटल वायरलेस सेट देने की कवायद शुरू हो गयी है. परंतु इसे ऑपरेट करना आसान नहीं है. तकनीकी ज्ञान के बिना इसका संचालन परेशानी में भी डाल सकता है. इसलिये अधिकारी इसको लेकर सचेत हैं. अंदरखाने इस समस्या को लेकर चर्चा भी चल रही है. सुझाव यह भी है कि जब तक भर्ती नहीं होती, तब तक कुछ बेहतर परफार्मेंस वाले स्टाफ को ही तकनीकी प्रशिक्षण दे दिया जाये. इस पर अभी निर्णय नहीं हुआ है. प्रशिक्षण देने के बाद भी कई स्तरों पर गड़बड़ी की गुंजाइश रहेगी. जरा सी चूक नयी व्यवस्था को बैठा सकती है.

अधिकारी बताते हैं कि डिजिटल वायरलेस सेट को सभी जिलों को देने से पहले कुछ खास काम करने होंगे. या तो ऑपरेटरों की भर्ती की जाये या पहले से नियुक्त स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जाये. तभी डिजिटल पुलिसिंग का सपना पूरा होगा. वर्ना डिजिटल सेट कोई चला भी नहीं पायेगा, न ही इसका पूरा लाभ विभाग को मिल पायेगा. फौरी तौर पर 150 सिपाहियों का समायोजन करते हुए ऑपरेटर जरूर बनाया गया है. इंटरमीडिएट विज्ञान से 50 प्रतिशत अंक के साथ उत्तीर्ण सिपाहियों का समायोजन किया गया है. परंतु यह नाकाफी है. इस मसले पर बातचीत करते हुए एडीजी मुख्यालय एसके सिंघल ने बताया कि पुलिस विभाग में खाली पड़े पदों पर भर्ती को लेकर कवायद चल रही है. इसी साल विभिन्न पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जायेगा. वायरलेस ऑपरेटरों की भी भर्ती की जायेगी.

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