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करोड़ों लेकर भागनेवाली कंपनी का डाटा इंट्री ऑपरेटर धराया

सफलता. नॉन बैंकिंग कंपनी भारत कैपिटल सर्विस लिमिटेड का है कर्मचारी, बेगूसराय से पकड़ा गया बेगूसराय कार्यालय से प्रिंटर, कंप्यूटर, पास बुक, रजिस्टर व दस्तावेज हुए बरामद पटना : कोतवाली थाने के डाकबंगला चौराहे के समीप स्थित कौशल्या एस्टेट में नन बैंकिंग कंपनी भारत कैपिटल सर्विस लिमिटेड द्वारा लोगों का करोड़ों रुपये लेकर फरार होने […]

सफलता. नॉन बैंकिंग कंपनी भारत कैपिटल सर्विस लिमिटेड का है कर्मचारी, बेगूसराय से पकड़ा गया

बेगूसराय कार्यालय से प्रिंटर, कंप्यूटर, पास बुक, रजिस्टर व दस्तावेज हुए बरामद
पटना : कोतवाली थाने के डाकबंगला चौराहे के समीप स्थित कौशल्या एस्टेट में नन बैंकिंग कंपनी भारत कैपिटल सर्विस लिमिटेड द्वारा लोगों का करोड़ों रुपये लेकर फरार होने के मामले में पुलिस ने इससे जुड़ी दूसरे नाम से कंपनी भारत गौरव निर्माण मल्टी स्टेट हाउसिंग कॉपरेटिव सोसाइटी के बेगूसराय कार्यालय में छापेमारी की और वहां से कंप्यूटर ऑपरेटर प्रणव प्रियदर्शी को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही कार्यालय से कंप्यूटर, प्रिंटर, रजिस्टर, जमीन के कागजात व अन्य दस्तावेज को बरामद किया गया है. प्रणव मूल रूप से समस्तीपुर के सरायरंजन के दामोदर माहाेनी का रहने वाला है,
लेकिन यह बेगूसराय के रतनपुरा में महादेव प्रसाद के मकान में किरायेदार के रूप में रह रहा था. कोतवाली थाने में 27 दिसंबर को भारत कैपिटल सर्विस लिमिटेड व भारत गौरव निर्माण मल्टी स्टेट हाउसिंग कॉपरेटिव सोसाइटी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी और भारत कैपिटल सर्विस लिमिटेड के एरिया मैनेजर साकेत कुमार (गर्दनीबाग) व कन्हाई प्रसाद (बेऊर) को गिरफ्तार कर बुधवार को पुलिस ने जेल भेज दिया था. पूछताछ के बाद यह जानकारी मिली कि बिहार व झारखंड़ के कई जिलों में इस कंपनी की शाखा है.
पैसा दोगुना, तिगुना करने का दावा करके पैसा एेंठा गया
लोगों को विभिन्न स्कीम में पैसा दोगुना-तीन गुना करने का दावा कर पैसा ऐंठा गया. इसी बीच बेगूसराय में भारत गौरव निर्माण मल्टी स्टेट हाउसिंग कॉपरेटिव सोसाइटी की शाखा की जानकारी मिली और पटना पुलिस की एक टीम शुक्रवार की रात बेगूसराय पहुंची और कार्यालय में छापेमारी की. कंपनी का कार्यालय मुंबई में है और पटना पुलिस की टीम मुंबई भी जायेगी. क्योंकि इस मामले में लोगों ने कंपनी के जीएम व अन्य अधिकारियों को भी नामजद आरोपित बनाया है. प्रणव से पूछताछ के बाद यह जानकारी मिली कि कंपनी में कई निदेशक है और उनके इशारे पर यह सारा काम होता था और उसे केवल कमीशन प्राप्त होता था. उससे पूछताछ के बाद पुलिस को कंपनी के निदेशक के रूप में पांच-छह लोगों के नाम की जानकारी हुई है. इसके अनुसार राकेश मामी, प्रभात आनंद झा, रामसागर दूबे, संतोष कुमार व इंद्र बहादुर सिंह भारत कैपिटल सर्विस लिमिटेड कंपनी के निदेशक पद पर है. इधर, इस मामले में दो और संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनकी भूमिका की जांच की जा रही है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि इस कंपनी से जुड़े कई लोगों के नाम सामने आये है और उन सभी को गिरफ्तार किया जायेगा. इसके साथ ही कंपनी की संपत्ति का भी ब्यौरा लिया जा रहा है, ताकि उसे जब्त करने की कार्रवाई की जा सके.
जमीन या परिपक्वता राशि का किया जाता था दावा : कंपनी द्वारा एमआइएस, फिक्स डिपोजिट स्कीम और रेकरिंग खाता खुलवाया जाता था. इसके साथ ही फिक्स डिपोजिट स्कीम में एकमुश्त रकम जमा करायी जाती थी और बीच-बीच में कुछ राशि तीन साल तक दिया जाता था. इसके साथ ही छह साल की परिपक्वता सीमा रखी थी और इस दौरान छह साल पूरा होने पर उन्हें जमीन या उनके रुपये का दोगुना देने का सर्टिफिकेट इश्यू किया जाता था.

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