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खराब एयर क्वालिटी के साथ नॉक्स का लेवल पड़ रहा भारी, बढ़ेगी सांस की तकलीफ
पटना : पटना में खराब एयर क्वालिटी के साथ ही नॉक्स यानी नाइट्रोजन डाइ ऑक्साइड का हाई लेवल भी भारी पड़ रहा है. नॉक्स का लेवल पिछले साल की तुलना में 80 से बढ़ कर 122 हो गया है. नवंबर में नॉक्स काफी बढ़ने लगा और वह लेवल नवंबर महीने में 122.82 माइक्रो ग्राम क्यूबिक […]
पटना : पटना में खराब एयर क्वालिटी के साथ ही नॉक्स यानी नाइट्रोजन डाइ ऑक्साइड का हाई लेवल भी भारी पड़ रहा है. नॉक्स का लेवल पिछले साल की तुलना में 80 से बढ़ कर 122 हो गया है. नवंबर में नॉक्स काफी बढ़ने लगा और वह लेवल नवंबर महीने में 122.82 माइक्रो ग्राम क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया इसके बाद दिसंबर में भी यह 100 से ज्यादा ही रहा है. सांस रोग के विशेषज्ञ कहते हैं कि यह लेवल यदि जारी रहा तो सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. महीनों तक रहा तो रोगियों को लंग कैंसर हो सकता है.
इसी महीने एक्यूआई लेवल भी पाया गया खतरनाक
इसी महीने पटना में वायु गुणवत्ता की दशा को बेहद गंभीर और पूरे देश में सबसे बदतर और खतरनाक पाया गया है. इस महीने की सात तारीख को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) बेहद ऊंचे स्तर 421 तक पहुंच गया, वहीं 12 दिसंबर को यह 392, फिर 17 तारीख को 369 और 18 दिसंबर को 407 रहा. जबकि एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार यदि लेवल 0 से 50 के बीच है तब यह अच्छा है. 51-100 के बीच आप संतुष्ट होने की स्थिति में रह सकते हैं, 101-200 के लेवल में हल्का प्रदूषित इलाका है. खराब 201-300 के बीच की स्थिति है, बदतर 301-400 के बीच और 401 से 500 के बीच की स्थिति बदतरीन वाली है. यानी पटना की हवा बदतरीन है.
– कहते हैं विशेषज्ञ
डॉक्टर: नॉक्स से सांस रोगियों को हो सकता है कैंसर
गार्डिनर रोड हाॅस्पीटल के अधीक्षक मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि हवा की खराब गुणवत्ता का असर पटना में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. प्रदूषित हवा यानी स्मॉग में छिपे केमिकल के कण अस्थमा के अटैक की आशंका को और ज्यादा बढ़ा देते हैं. वहीं नॉक्स के बढ़े स्तर के कारण कई लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ भी हाेती है. फेफड़े से संबंधित बीमारी के मामले बढ़ जाते हैं. इसके कारण दमा, कैंसर और सांस की बीमारियों के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.
– कहते हैं पर्यावरण विशेषज्ञ: पटना को
क्लीन एयर एक्शन प्लान की आवश्यकता
सेंटर फॉर इन्वॉयरमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट की एक्सपर्ट अंकिता ज्योति कहती हैं कि पटना में क्लीन एयर एक्शन प्लान से प्रदूषण की समस्या का हल निकाला जा सकता है.
पिछले दो महीनों में सरकार ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के कई कदम उठाये हैं, जिसे पटना में स्वच्छ हवा की दिशा में महत्वपूर्ण शुरूआत के रूप में देखा जा सकता है लेकिन अभी भी समग्र समाधान की दिशा पर ठोस काम करने की जरूरत है.
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