पटना : बिहटा में जमीन की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद यहां रंगदारी मांगने व आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त गिरोह भी सक्रिय हो गये हैं. पटना पुलिस ने इस इलाके में सक्रिय आरा और पटना के तीन गिरोहों को चिह्नित किया है.
सितंबर माह में सिनेमा हॉल मालिक निर्भय सिंह की हत्या और दिसंबर माह में दिनदहाड़े फायरिंग की घटना के साथ ही कई घटनाओं के बाद बिहटा में अपराध बढ़ गया. हालांकि अब जोनल आईजी नैय्यर हसनैन खां के निर्देश पर बनी टीम इन तीनों गिरोह के सदस्यों को पकड़ने के लिए ताबड़तोड़ कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. एसएसपी मनु महाराज को जोनल आईजी ने बिहटा पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया है. सूत्रों का कहना है कि बिहटा बाजार अब काफी बड़ा हो गया है. पहले यह ग्रामीण परिवेश जैसा था, लेकिन अब बिहटा का बाजार शहर की तरह दिखने लगा है. बिहटा के इसी रूप के कारण पटना के साथ ही बिहटा से सटे आरा के अपराधी बिहटा की ओर रुख करने लगे हैं. सूत्रों का कहना है कि विभिन्न गिरोहों द्वारा रंगदारी लेने का काम काफी दिनों से चल रहा था, लेकिन अपराधियों ने रंगदारी की रकम बढ़ा दी थी.
नहीं देने पर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया. जोनल आईजी नैय्यर हसैनन खां ने बताया कि बिहटा में सक्रिय जिन-जिन अपराधियों का नाम सामने आया है, उन्हें पकड़ने के लिए विशेष टीम बना दी गयी है और पकड़ने के लिए छापेमारी हो रही है. इसके साथ ही दूसरी ओर जो किसी केस के आरोपित हैं, तो उनकी संपत्ति की कुर्की-जब्ती के लिए भी न्यायालय में आवेदन किया गया है.
कौन-कौन से गिरोह हैं सक्रिय
बिहटा में पुलिस ने जो सूचनाएं ली हैं, उसके अनुसार निर्भय सिंह हत्याकांड का आरोपित अमित कुमार, भोजपुर का अपराधी रंजीत चौधरी व मनोज सिंह व उसके बेटा का गिरोह प्रमुख है.
मनोज सिंह व रंजीत चौधरी पूर्व से ही बिहटा में अापराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं, जबकि अमित कुमार का नाम हाल में ही सामने आया है. यह पप्पू सिंह का बेटा है और महाकाल बाइकर्स गैंग भी चलाता था. अमित ने ही सुपारी लेकर सिनेमा हॉल मालिक निर्भय सिंह की हत्या करवायी थी, जो फिलहाल फरार है. पुलिस ने अमित के फेसबुक से जुड़े युवकों को उठाया था, लेकिन वह फिलहाल फरार है.