पटना: धनरूआ के सोनमई गांव से कुछ दूरी पर कुएं से गुरुवार को बरामद युवक के शव की पहचान कटिहार के बनिया टोला निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक शंभूनाथ प्रसाद के बड़े पुत्र व मेरिन इंजीनियर कुमार सौरभ के रूप में हुई है.
सूचना मिलने पर कटिहार से पटना पहुंचे सौरभ के पिता शंभूनाथ प्रसाद व माता पुतुल कुमारी ने सौरभ की पहचान उसके कपड़ों व जूते से की. शव पूरी तरह जल व गल गया था. उसके माता-पिता ने उत्तरी पटेल नगर की लड़की मेधा पर हत्या में शामिल होने का शक जाहिर किया है. उनका कहना है कि उस लड़की से पिछले साल दिसंबर में फेसबुक के माध्यम से सौरभ की दोस्ती हुई थी और हमेशा फोन पर बातचीत होती थी. जिस दिन (14 अप्रैल) से उनके बेटे का मोबाइल फोन ऑफ हुआ है, उस दिन भी उसकी कई बार उससे बात हुई है.
मोबाइल फोन का सीडीआर निकालने के बाद ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली कि अंतिम बार उनके बेटे का लोकेशन धनरूआ में दिखा था. इस संबंध में मेधा से बात करने पर उसने कहा कि वह सौरभ को पहचानती तक नहीं है. इस तरह की कोई बात नहीं है. सौरभ 11 अप्रैल को कटिहार स्थित आवास से आइबी की परीक्षा देने के लिए सियालदह के लिए निकला था. वह 12 अप्रैल को वहां पहुंचा था और उस दिन रेलवे के ही यात्री कक्ष में रात गुजारी थी और फिर 13 अप्रैल को अपने परीक्षा केंद्र पर गया था. वहां उसने परीक्षा दी और निकलने के बाद उसने अपनी मां को फोन कर बताया था कि परीक्षा अच्छी गयी है.
अपने मित्रों से मिलने के बाद दो-तीन दिन बाद घर पहुंचेगा. 14 अप्रैल को जब परिजनों ने उसके मोबाइल फोन पर कॉल किया, तो स्विच ऑफ मिला. इसके बाद उसकी कोई जानकारी नहीं मिली, तो अंत में पिता शंभूनाथ ने 16 अप्रैल को कटिहार टाउन थाने में गुमशुदगी का सनहा दर्ज कराया और अगले दिन 17 अप्रैल को सियालदह में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया. इसके बाद जब सौरभ के मोबाइल फोन का सीडीआर निकाला, तो अंतिम लोकेशन धनरूआ का मिला. इसके बाद धनरूआ थाने से भी संपर्क किया, लेकिन जानकारी नहीं मिल सकी. इसी बीच, गुरुवार को शव मिला, तो धनरूआ पुलिस ने इसकी जानकारी परिजनों को दी और शव की पहचान करने को कहा. शव की स्थिति देख कर यह लग रहा था कि हत्या 14 अप्रैल को ही कर दी गयी थी.
पुलिस पर कोताही का आरोप
परिजनों का आरोप है कि इस मामले में कटिहार पुलिस ने लापरवाही बरती है. अगर सूचना मिलने के बाद सक्रिय होती, तो उनके बेटे की जान बच सकती थी. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि धनरूआ थाने में भी प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में अपराधियों को नहीं बख्शा जायेगा.
पिता ने कांपते हाथों से दी मुखाग्नि
पिता शंभूनाथ प्रसाद ने कांपते हाथों से अपने जवान बेटे कुमार सौरभ को मुखागिA दी. सौरभ के शव का शुक्रवार को बांस घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया. इस दौरान उसकी मां पुतुल देवी की रोते-रोते हालत खराब थी. वह बस एक ही बात रट रही थीं कि जिसने भी उसके बेटे को मारा है, उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाये. उसे किसी भी हालत में नहीं छोड़ा जाये.
सौरभ के बैग में लड़की का फ्रॉक
पुलिस ने सौरभ के शव के साथ ही एक लड़की के फ्रॉक भी बरामद किये थे. बैग में सौरभ का एक जूता व फ्रॉक पड़ा था. पिता ने बताया कि यह कपड़ा किसी ने मामले को दूसरी ओर ले जाने का प्रयास करते हुए रख दिया होगा. उन्होंने बताया कि सौरभ की अंगुली में महंगी अंगूठी थी, जो गायब थी.