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बिहार : राज्य भर में तीन साल में बदले जायेंगे बिजली के जर्जर तार

पटना : बिहार सरकार राज्य भर में बिजली के जर्जर तारों को अगले तीन साल में बदलेगी. इसके लिए ऊर्जा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. नवंबर के अंत तक इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. इसी महीने राज्य कैबिनेट ने बिजली के जर्जर तारों को बदलने और नये तार लगाने […]

पटना : बिहार सरकार राज्य भर में बिजली के जर्जर तारों को अगले तीन साल में बदलेगी. इसके लिए ऊर्जा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. नवंबर के अंत तक इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. इसी महीने राज्य कैबिनेट ने बिजली के जर्जर तारों को बदलने और नये तार लगाने के लिए 3070 करोड़ रुपये स्वीकृत किये हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश के बाद ऊर्जा विभाग ने यह फैसला लिया है, ताकि जर्जर तारों से किसी प्रकार का कोई हादसा न हो.
राज्य में 72 हजार किलोमीटर में तार बदलने की प्रक्रिया पूर्व योजना में शुरू की गयी थी. इसमें से करीब 50 हजार किलोमीटर में बिजली के तार बदले जा चुके हैं. वहीं, 40 हजार किलोमीटर नये एरिया में बिजली के नये तार लगाये जायेंगे. साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी और नाॅर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के क्षेत्र में बिजली के जर्जर तारों को बदलने का काम किया जायेगा. इसके लिए साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को 1418 करोड़ और नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को 1652 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये गये हैं. इस योजना में शहरी क्षेत्रों के बिजली तारों को बदल कर एरियल बंच केबल लगाये जायेंगे, वहीं गांवों में बिजली के तार लगाये जायेंगे. ये तार 33 केवीए लाइन और 11 केवीए लाइन के होंगे.
पुराने और लोड बढ़ने से जर्जर हो चुके हैं तार : राज्य में बिजली के तार कई जगहों पर 15-20 सालों पुराने हैं. वहीं, उसमें लोड भी बढ़ा है. पहले जहां कनेक्शन कम होते थे, बिजली सप्लाई और खपत कम होती, लेकिन अब कनेक्शन बढ़ने के साथ-साथ बिजली की सप्लाई और खपत भी बढ़ गयी है. इससे कई जगहों पर पुराने बिजली के तार उसका लोड सह नहीं पाते हैं और उसके टूट कर गिरने का खतरा बना रहता है. ऐसे में पुराने बिजली के तारों को बदलने का निर्णय लिया गया.
इस महीने के अंत तक प्रक्रिया शुरू
बिजली के जर्जर तारों को बदलने के लिए इस महीने के अंत तक टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. तीन सालों में एलटी लाइन के 40 हजार किलोमीटर में बिजली के तार बदले जायेंगे. इससे पूरे बिहार में जर्जर तारों से निजात मिल जायेगा.
आर लक्ष्मणन, प्रबंध निदेशक, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड
12 हजार गांवों में बिजली पहुंचाने में ढिलाई
पटना : राज्य के 12 हजार गांवों के सभी टोलों में बिजली पहुंचाने में ढिलाई बरती जा रही है. अभी भी इन गांवों का पूर्ण विद्युतीकरण नहीं किया जा सका है. करीब 40 हजार गांवों में बिजली पहुंच चुकी थी, लेकिन वहां के सभी टोलों में कनेक्शन नहीं पहुंचाया जा सका था. इसमें अब तक करीब 28 हजार गांवों को पूर्ण विद्युतीकरण कर दिया गया है, लेकिन 12 हजार गांवों के सभी टोलों में यह सुविधा बहाल नहीं की जा सकी है.
बिजली कंपनियों ने संबंधित जिलों में आने वाले इन गांवों में जल्द से जल्द पूर्ण विद्युतीकरण का निर्देश दिया है. नाॅर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की ओर से 19,512 गांवों में से 13,508 में विद्युतीकरण का काम किया जा चुका है, जबकि साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के 17,088 गांवों में से 10,556 गांवों के सभी टोलों में बिजली पहुंचायी जा चुकी है. इसके अलावा एनएचपीसी ने सभी 1859 और पावर ग्रिड ने 2051 गांवों में बिजली पहुंचाने का अपना कोटा पूरा कर लिया है.

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