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जमीन नहीं मिलने से हवा में लटका मीठापुर का फ्लाईओवर प्रोजेक्ट
पटना : राजधानी में फ्लाईओवर का जाल फैलाया जा रहा है. कई प्रोजेक्टों पर काम चल रहे हैं. वहीं कई प्रोजेक्ट अब फाइनल होने के मुहाने पर आ चुके हैं. वहीं एक प्रोजेक्ट एेसा है कि वर्षों से जमीन विवाद व रास्ता सकरा होने के कारण रुका है. हम बात कर रहे हैं करबिगहिया से […]
पटना : राजधानी में फ्लाईओवर का जाल फैलाया जा रहा है. कई प्रोजेक्टों पर काम चल रहे हैं. वहीं कई प्रोजेक्ट अब फाइनल होने के मुहाने पर आ चुके हैं. वहीं एक प्रोजेक्ट एेसा है कि वर्षों से जमीन विवाद व रास्ता सकरा होने के कारण रुका है. हम बात कर रहे हैं करबिगहिया से सीधे मीठापुर मंडी व पटना गया गुमटी तक जाने वाले फ्लाईअोवर की. जो करीब तीन वर्ष से प्रोजेक्ट चलने के बाद भी अब तक मामला जमीन विवाद के पेच में फंसा है. शहर में बनाया जा रहा यह एक ऐसा प्रोजेक्ट है जिसका निर्माण पुल निर्माण निगम की ओर से ना हो, इरकॉन की ओर से किया जा रहा है. करीब दाे किमी लंबे फ्लाईओवर का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है. वर्षों से अधूरे प्रोजेक्ट पर करबिगहिया से सीधे दो फ्लैंक का निर्माण किया जाना है.
गया गुमटी व मीठापुर मंडी तक दो फ्लैंक का निर्माण : जीपीओ रोटरी से करबिगहिया की ओर जाने वाले फ्लाईओवर में मीठापुर मोड़ से पहले पुल का एक फ्लैंक मीठापुर मंडी की ओर जाता है.
इस फ्लाईओवर में दो फ्लैंक बनाया गया है. एक फ्लैंक पटना गया गुमटी को ओर जाता है. वहीं दूसरा रास्ता मीठापुर मंडी में जाकर गिरता है. फिलहाल गया गुमटी तक पुल का निर्माण किया जा चुका है. आगे पुल को नीचे लाने के लिए एप्रोच रोड का रास्ता नहीं है. इनकाॅन के कर्मी के अनुसार राज्य सरकार की ओर से आगे एप्रोच रोड बनाने के लिए जमीन नहीं मिली है. इस कारण प्रोजेक्ट को पूरा नहीं किया जा सका है.
वहीं दूसरा फ्लैंक जो मीठापुर मंडी में आकर मिलता है. उस रास्ते पर काम किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार वहां में एजेंसी को काम करने में परेशानी हो रही है. क्योंकि रास्ता काफी संकरा हो गया है और बाहर से पुल का सुपर स्ट्रक्चर ला कर रखने में परेशानी हो रही है. इस कारण मामला प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने में परेशानी हो रही है.
दोनों प्रोजेक्टों को मिला कर दो किलोमीटर का है फ्लैंक
वैसे तो प्रोजेक्ट की वर्ष 2014 से ही चल रहा है. लेकिन इरकॉन ने जिस एजेंसी को काम दिया है. वो फरवरी 2016 से काम कर रही है. प्रोजेक्ट की पूरी लागत 188 करोड़ रुपये की है. इसमें दोनों प्रोजेक्टों को मिलाकर दो किमी का फ्लैंक है.
प्रोजेक्ट का काम दिसंबर 2017 तक में ही पूरा कर लिया जाना था, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए मार्च 2018 तक भी इसके पूरा होने की उम्मीद नहीं दिख रही है.
प्रधान सचिव स्तर पर होगी वार्ता
जमीन विवाद को लेकर जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि जमीन विवाद को निपटाने व एजेंसी को जमीन उपलब्ध कराने को लेकर इरकान के बड़े अधिकारी व पथ निर्माण विभाग प्रधान सचिव को मिलकर सीएम स्तर से वार्ता करने का निर्देश दिया गया है, ताकि एजेंसी को जमीन उपलब्ध कराया जा सके और पुल निर्माण किया जा सके.
सीएम ने जंक्शन फ्लाईओवर का किया निरीक्षण
वहीं शनिवार को सीएम नीतीश कुमार ने जंक्शन फ्लाईओवर का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद पुल निर्माण निगम के एमडी उमेश कुमार ने बताया कि काम लगभग पूरा किया जा चुका है. फिलहाल उद्घाटन होने की तारीख घोषित नहीं हुई, लेकिन दिसंबर माह में पुल को चालू कर दिया जायेगा.
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