पटना : जदयू किसान प्रकोष्ठ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगर सरदार पटेल नहीं होते तो आज न तो भारत बन पाता और न ही अपने देश का ये स्वरूप होता. नीतीश ने कहा कि मैं ही नहीं बल्कि सभी कहते हैं कि यदि सरदार पटेल देश के पीएम होते तो देश का स्वरूप आज दूसरा होता. मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में खेती पर बोलते हुए कहा कि सरकार अपने तीसरे कृषि रोड मैप के साथ किसानों के सामने जायेगी. सरकार खेती पर जोर देगी और बिहार में तीसरे कृषि रोड मैप को लागू करने की तैयारी पूरी की जा रही है.
नीतीश कुमार ने कहा कि आगामी 09 नवंबर को देश के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद बिहार पहुंचेंगे और उन्हीं के द्वारा इसकी शुरुआत की जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा बिहार में योग्यता और प्रतिमा की कमी नहीं है. यहां प्रतिभा भरी हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की कोई भी प्रतियोगिता परीक्षा हो सबसे ज्यादा बिहार के छात्र सफल होते हैं. उन्होंने कहा कि बंटवारे के बाद जब बिहार से झारखंड अलग हुआ, तो वहां के लोग सबसे ज्यादा खुश थे, बिहार के लोगों में दुख था लेकिन वर्तमान स्थिति किसी से छुपी हुई नहीं है.
उन्होंने कहा कि बिहार के लोग हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं. बिहार में कई क्षेत्रों में बेहतर काम हो रह है, उसमें एक कृषि भी है. बहुत जल्द जमीनों का एरियल सर्वे सरकार करा रही है, वह तीन साल में पूरा हो जायेगा. सभी विवादों का निबटारा हो जायेगा. उन्होंने आपदा प्रभावित लोगों की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार सरकार के सरकारी खजाने पर उनका हक पहले बनता है. हम केंद्र को मेमोरेंडम भी भेजा है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए सब काम सरकार कर रही है.
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