जदयू ने शरद यादव पर कसा तंज, पार्टी है नहीं और गठित कर ली पूरी कार्यकारिणी

पटना: सांसद शरद यादव की ओर से जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी, बिहार कार्यकारिणी और बिहार प्रदेश संगठन गठित करने पर जदयू ने पलटवार किया है और तंज कसा है. जदयू नेताओं ने कहा है कि पार्टी है नहीं और शरद यादव ने कार्यकारिणी से लेकर पदाधिकारियों का गठन कर लिया है. रविवार को पार्टी कार्यालय […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 23, 2017 8:25 AM
पटना: सांसद शरद यादव की ओर से जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी, बिहार कार्यकारिणी और बिहार प्रदेश संगठन गठित करने पर जदयू ने पलटवार किया है और तंज कसा है. जदयू नेताओं ने कहा है कि पार्टी है नहीं और शरद यादव ने कार्यकारिणी से लेकर पदाधिकारियों का गठन कर लिया है. रविवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में जदयू सांसद सह राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि शरद यादव ने राजनीति की स्थापित मर्यादा का मजाक उड़ाया है. किसी को कोई पार्टी बनाने का अधिकार है.

किसी भी पार्टी और उसका सिंबल चुनाव आयोग देता है. चुनाव आयोग ने नीतीश कुमार वाली जदयू को मान्यता दी है. शरद यादव वसूल की बात करते हैं, लेकिन उनके पास पार्टी नहीं है और उन्होंने राष्ट्रीय व राज्य कार्यकारिणी का गठन कर दिया है. उन्हें बताना चाहिए कि उन्होंने रमई राम को बिहार में किस पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है.

उन्होंने कहा कि शरद यादव यह सब अपनी राज्यसभा सदस्यता खत्म होने में देरी हो, इसलिए ऐसा कर कवच के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन इसका उन्हें कोई फायदा नहीं मिलेगा. राज्यसभा के सभापति ने 30 अक्तूबर को उन्हें इस मामले में खुद उपस्थित होकर जवाब देने का निर्देश दिया गया है. जदयू ने शरद यादव पर दल का स्वत: परित्याग करने के आरोप में उनकी सदस्यता रद्द करने का आवेदन दिया है. शरद यादव ने पार्टी के खिलाफ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की 27 अगस्त को आयोजित रैली में भाग लिया था.


अब शरद यादव की सदस्यता पर कांग्रेस, सीपीआई व एनसीपी के नेता उनका साथ दे रहे हैं और उनका मामला एथिक्स कमेटी में लाने की बात कर रहे हैं, लेकिन उनका मामला कोई भ्रष्टाचार का नहीं, बल्कि खुद दल के परित्याग का है. इसमें राज्यसभा के सभापति को भी फैसला लेना है. आरसीपी सिंह ने कहा कि शरद यादव को सांसद बनाने में जो लोग प्रस्तावक बने थे वे भ्रष्टाचार के साथ रहने को तैयार नहीं थे, ऐसे में जिनकी बदौलत वे सांसद बने उन्हें और बिहार की जनता को शरद यादव ने धोखा दिया है.

वकीलों की पार्टी बना रहे
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि शरद यादव ने कैडर की नहीं वकीलों की पार्टी बना रहे हैं. वे वकीलों की पार्टी बना कर टाइमपास करना चाह रहे हैं. किसी भी पार्टी के लिए सक्रिय सदस्य, पदाधिकारी होने आवश्यक हैं, लेकिन शरद यादव जिस पार्टी का दावा कर रहे हैं उनके साथ कोई नहीं हैं. न तो कोई सदस्य हैं, न ही कोई विधायक-विधान पार्षद उनके साथ हैं. वे सिर्फ वकीलों की मदद ले रहे हैं, इसलिए उनकी पार्टी बना रहे हैं. वे सदस्यता खत्म करने के मामले को लंबा खींचने के लिए ऐसा काम कर रहे हैं.

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