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यूआईडी : एक जनवरी से ‘आधार’ होगा आपके जीवन का आधार, बिना इसके नहीं चलेगा कोई काम

सूबे की 18 फीसदी आबादी अब भी आधारविहीन, 11 में से नौ करोड़ लोगों ने बनवाया सुमित पटना : आधार कार्ड (विशिष्ट पहचान पत्र) अब आम लोगों के जीवन का आधार बन गया है. केंद्र व राज्य सरकार ने तमाम जरूरी सेवाओं के लिएएक जनवरी 2018 से आधार को अनिवार्य बनाने का निर्णय लिया है. […]

सूबे की 18 फीसदी आबादी अब भी आधारविहीन, 11 में से नौ करोड़ लोगों ने बनवाया
सुमित
पटना : आधार कार्ड (विशिष्ट पहचान पत्र) अब आम लोगों के जीवन का आधार बन गया है. केंद्र व राज्य सरकार ने तमाम जरूरी सेवाओं के लिएएक जनवरी 2018 से आधार को अनिवार्य बनाने का निर्णय लिया है. 31 दिसंबर 2017 के बाद जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल-कॉलेज में नामांकन व मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने तक तमाम सरकारी सेवाओं के लिए आधार जरूरी होगा. हालांकि, अभी से ही तमाम कार्यालयों में आधार जमा कराने का दबाव बढ़ने लगा है.
इसमें सबसे बड़ी समस्या उन लोगों को हो रही है, जिनका अब तक आधार कार्ड नहीं बन सका है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सूबे की करीब 18 फीसदी आबादी अब भी ‘ आधार ‘ विहीन है. बिहार की 2015 की अनुमानित आबादी (11 करोड़) के मुकाबले अब तक महज नौ करोड़ लोगों का ही आधार बन सका है.
आंकड़ों की मानें तो 18 साल से
कम उम्र के नागरिकों के आधार पंजीकरण की रफ्तार थोड़ी धीमी है. इस वर्ग के अनुमानित जनसंख्या 3.67 करोड़ के मुकाबले 2.50 करोड़ लोगों का ही आधार पंजीकरण हुआ है.
पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में आधार पंजीकरण की दर और भी कम है. 2015 में प्रदेश में इनकी अनुमानित आबादी 1.35 करोड़ थी जबकि 28 फरवरी 2017 तक इनमें से केवल 20.43 लाख का आधार पंजीकरण हुआ था.
हालांकि पांच साल से कम उम्र के बच्चों का 15 वर्ष पूरा होने के बाद दोबारा बायोमैट्रिक्स अपडेट करने का भी प्रावधान है. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के मुताबिक राज्य में इन दिनों करीब चार हजार पंजीयन केंद्र चल रहे हैं. इन पंजीयन केंद्रों पर जाकर कोई भी शख्स नि:शुल्क आधार कार्ड बनवा सकता है.
किन-किन चीजों में आधार की मांग
– जन्म पंजीकरण: प्रखंड व अनुमंडल कार्यालयों के माध्यम से बनाये जाने वाले जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदकों से आधार की मांग की जा रही है. हालांकि इसे अनिवार्य नहीं बनाया गया है. अभी दूसरे प्रमाण पत्र मान्य हैं.
आधार लागू होने पर गलत प्रमाण पत्र बनाने में मुश्किल होगी.
– मोबाइल नंबर : मोबाइल सिम कार्ड लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है. जियो ग्राहकों को आधार कार्ड के जरिये बायोमीट्रिक आधार पर ही कनेक्शन दिये गये. अब सभी मोबाइल कंपनियों को यह पद्धति अपनानी होगी. पुराना मोबाइल नंबर भी बरकरार रखने के लिए उसे आधार से लिंक कराना होगा.
– एलपीजी कनेक्शन: एलपीजी कनेक्शन के लिए उपभोक्ताओं को आधार कार्ड देना अनिवार्य है. एलपीजी अकाउंट के साथ आधार लिंक होने पर ग्राहकों को मिलने वाली सब्सिडी के साथ ही तमाम डिटेल कंपनी के पास उपलब्ध होगी. इससे फर्जी कनेक्शनों पर भी रोक लगेगी.
– ट्रेन टिकट में रियायत : ट्रेन टिकट में रियायत के लिए भी अब आधार कार्ड की मांग की जा रही है. खास कर सीनियर सिटीजन को आधार जमा करने का निर्देश है. लेकिन अभी यह अनिवार्य नहीं हुआ है. इससे गलत पहचान देकर कोई फर्जी तरीके से रियायत नहीं ले पायेगा.
– परीक्षाओं के लिए : सीबीएसइ की 10वीं व 12वीं की परीक्षा में रजिस्ट्रेशन के लिए आधार अनिवार्य है. आइआइटी जेइइ व मेडिकल की परीक्षाओं में भी आधार कार्ड मांगा जा रहा है. बिहार बोर्ड की 2019 की मैट्रिक व इंटर परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन में आधार अनिवार्य होगा.
– पैन कार्ड : सरकार ने पैन कार्ड को आधार से जोड़ना अनिवार्य कर दिया है. इससे सरकार-उपभोक्ता दोनों को फायदा है. पैन से दो मिनट में आयकर रिटर्न दाखिल किया जा सकता है. साथ ही दो-तीन पैन कार्ड रख कर टैक्स चोरी करने वालों पर भी इससे लगाम लगेगी.
– इपीएफ: भविष्य निधि खाते को आधार से जोड़ना अनिवार्य करने से अब भविष्य निधि के सेटलमेंट की प्रक्रिया आसान हो जायेगी. पीएफ का भुगतान सही व्यक्ति को ही होगा और खाते से पैसे निकालना आसान हो जायेगा.
– लाइफ सर्टिफिकेट : सभी
पेंशनधारकों को आधार कार्ड से जोड़ा जा रहा है. इसी क्रम में पेंशनरों को लाइफ सर्टिफिकेट के साथ आधार कार्ड भी जमा करने का निर्देश दिया गया है. सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी पेंशन योजनाओं का लाभ लेने के लिए भी आधार की मांग की जा रही है.
– पासपोर्ट : एक
जुलाई 2017 से पासपोर्ट बनाने के लिए आधार अनिवार्य है. बायोमैट्रक्सि जांच होने से व्यक्ति की सही पहचान हो सकेगी और फर्जी पासपोर्ट या एक ही व्यक्ति के दो पासपोर्ट बनाये जाने की संभावना खत्म होगी.
– छात्रवृत्ति : स्कूल-कॉलेज के माध्यम से दी जाने वाली छात्रवृत्ति राशि के लिए आधार अनिवार्य है. बिहार सरकार द्वारा दी जाने वाली पोशाक व साइकिल राशि के लिए भी छात्रों को अगले साल से आधार कार्ड जमा कराना अनिवार्य होगा.
– राशन कार्ड : पटना जिले में सभी राशन कार्ड धारकों को आधार कार्ड से लिंक कराने का निर्देश दिया गया है. आधार कार्ड से लिंक नहीं कराने वाले ग्राहकों को सब्सिडी राशन का लाभ नहीं मिलेगा. इससे फर्जी राशन कार्ड धारियों की भी जानकारी मिल सकेगी.
– मृत्यु पंजीकरण: 01 अक्तूबर
2017 से मृत्यु पंजी करण के लिए आधार अनिवार्य कर दिया गया है. इसके बगैर मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा.
– स्कूलों में नामांकन: कई निजी स्कूलों में नामांकन के वक्त ही आधार कार्ड की मांग की जा रही है. लेकिन यह अभी अनिवार्य नहीं है.
– बैंक व डाक खाता : सार्वजनिक व निजी बैंक के साथ ही डाक विभाग का बैंक खाता खोलने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य किया गया है. इससे एक व्यक्ति द्वारा खोले गये खातों के बारे में विस्तृत जानकारी मिल सकेगी. इन खातों को पैन कार्ड से जोड़ना भी अनिवार्य किया गया है.
– डीमैट अकाउंट : डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है.
– जन-धन खाता : बैंकों में जन धन खाता खोलने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है.
– कैदियों का रजिस्ट्रेशन: जेल में बंद कैदियों का रजिस्ट्रेशन भी अब आधार के लिए जरिए हो रहा है.
शेयर बाजार : शेयर बाजार में निवेश करने के लिए भी ग्राहकों को पहले आधार नंबर देना होगा.
– वोटर आई-कार्ड के लिए : वोटर आइ-कार्ड को भी आधार से जोड़ा जा रहा है, लेकिन अभी यह अनिवार्य नहीं है.
– डिजिटल लॉकर : आइटी विभाग ने छात्रों को प्रमाण पत्रों को डिजिटल स्पेस में सुरक्षित रखने के लिए डिजिटल लॉकर की सुविधा दी है. इसके लिए आधार नंबर होना अनिवार्य किया गया है.
– मोटर व ड्राइविंग लाइसेंस : वाहन रजिस्ट्रेशन और ड्राइविंग लाइसेंस के लिए भी आधार कार्ड की मांग की जा रही है.

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