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बिहार : एयर एंबुलेंस लेने में ही निकल सकती है जान, देने होंगे ‍8 लाख

प्रभात खास : एयर एंबुलेंस की मनमानी देखनेवाला कोई नहीं आनंद तिवारी पटना : आप अपनी सेहत का पूरी संजीदगी से ध्यान रखिए. कोशिश कीजिए कि आपको स्वास्थ्य संबंधी किसी गंभीर स्थिति का सामना न करना पड़े. भगवान न करे कि इमरजेंसी में बेहतर इलाज के लिए दूसरे राज्य जाना पड़े, तो ऐसे में एयर […]

प्रभात खास : एयर एंबुलेंस की मनमानी देखनेवाला कोई नहीं
आनंद तिवारी
पटना : आप अपनी सेहत का पूरी संजीदगी से ध्यान रखिए. कोशिश कीजिए कि आपको स्वास्थ्य संबंधी किसी गंभीर स्थिति का सामना न करना पड़े. भगवान न करे कि इमरजेंसी में बेहतर इलाज के लिए दूसरे राज्य जाना पड़े, तो ऐसे में एयर एंबुलेंस की सेवा लेने के लिए आपको आठ लाख रुपये तक खर्च करने होंगे.
क्योंकि, सरकारी स्तर पर यहां मरीजों के लिए एयर एंबुलेंस की सेवा उपलब्ध नहीं है. इसका फायदा प्राइवेट एयर एंबुलेंस कंपनियां उठा रही हैं. राजधानी में दर्जनों कंपनियां हैं, जो एयर एंबुलेंस के लिए चार से आठ लाख रुपये तक चार्ज लेती हैं. इतनी बड़ी रकम खर्च पाना आमलोगों के बस की बात नहीं है. यहां एयर एंबुलेंस की मनमानी को देखनेवाला कोई नहीं है.
दिल्ली के लिए चार लाख, हैदराबाद जाने पर आठ लाख : शहर के बोरिंग रोड, राजाबाजार, कंकड़बाग आदि कई जगहों पर एयर एंबुलेंस कंपनियां संचालित हो रही हैं. चार कमरों में ऑफिस व कॉल सेंटर खोल कर मोबाइल नंबर जारी किया गया है. जहां बुकिंग के लिए कर्मचारी 24 घंटे तैनात रहते हैं.
कर्मचारियों से बुकिंग को लेकर जब बातचीत की गयी तो पता चला कि मरीज को पटना से दिल्ली एयर एंबुलेंस से ले जाना है तो 3 लाख 75 हजार, मुंबई के लिए पांच लाख, चेन्नई के लिए छह लाख और हैदराबाद के लिए आठ लाख रुपये चार्ज देना होता है.
प्राइवेट अस्पताल व एजेंसियों से होती है सांठगांठ : पटना के सभी बड़े प्राइवेट अस्पताल एयर एंबुलेंस की सुविधा देते हैं. हालांकि उनका खुद का एंबुलेंस नहीं है, लेकिन उनकी प्राइवेट कंपनियों से सांठगांठ रहती है.
सूत्रों की मानें तो ये कंपनियां प्राइवेट अस्पतालों को एंबुलेंस के बदले मोटा कमीशन देती हैं. अधिकांश अस्पतालों ने अपनी-अपनी एयर कंपनी भी सेट कर रखे हैं. कोई गाइड लाइन नहीं होने के चलते मरीजों को अधिक पैसा देने की लाचारी होती है.
आने के फिर से चार लाख रुपये : एयर एंबुलेंस के लिए चार लाख रुपये सिर्फ एकतरफ का चार्ज लगता है, अगर मरीज को दिल्ली से पटना लौटना है और वह फिर से एयर एंबुलेंस की सेवा लेना चाहता है तो कंपनी को चार लाख रुपये अलग से देने होंगे. यानी दिल्ली एयरपोर्ट व वहां से संबंधित अस्पताल में आने-जाने के लिए मरीजों को 8 लाख रुपये तक खर्च करना पड़ता है. हैदराबाद अप डाउन 14 लाख में और मुंबई 10 लाख रुपये में होता है.
एक्सपर्ट व्यू
प्रदेश में मरीजों को एयर एंबुलेंस की काफी जरूरत है. आईजीआई- एमएस, पीएमसीएच के अलावा कई ऐसे मरीज हैं जिन्हें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु आदि राज्यों में जाना होता है. ऐसे में सरकार को एयर एंबुलेंस को लेकर एक गाइड लाइन बनानी चाहिए, ताकि रेट काफी कम हो जाये. खासकर बीपीएल व एपीएल परिवार को रेट में काफी छूट देनी चाहिए, ताकि मरीज पटना से दूसरे राज्यों में एयर एंबुलेंस की मदद ले कर इलाज करा सके.
डॉ मनीष
मंडल, चिकित्सा अधिकारी आईजीआईएमएस
सरकारी स्तर पर नहीं है
एयर एंबुलेंस की सुविधा
भले ही राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लाख दावे किये जा रहे हैं, लेकिन यहां गंभीर मरीजों के लिए कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं है. एयर एंबुलेंस को लेकर सरकार की न तो कोई गाइडलाइन है और न ही एयर एंबुलेंस प्रोवाइड कराया जाता है.
यहां सरकार देती है सुविधा
दिल्ली, मुंबई, गुजरात, यूपी, एमपी आदि राज्यों में सरकार मरीजों का बीमा कराती है और एयर एंबुलेंस की सुविधा देती है. जबकि, बिना बीमावाले गंभीर मरीजों को मामूली रेट पर सुविधा मिल जाती है. यह सुविधा प्रदेश के बड़े अस्पतालों में दी जाती है.
यहां मुसाफिरों को भी एयर एंबुलेंस व बीमा
नोएडा के यमुना एक्सप्रेस आदि व्यस्त पुलों पर आये दिन हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए सरकार ने घायलों के लिए हेलीकॉप्टर व एयर एंबुलेंस की सेवा दी है. इसके लिए यमुना एक्सप्रेस वे ऑथारिटी व नोएडा प्रशासन ने वहां से गुजरने वाले लोगों के लिए टोल टैक्स पर बीमा कराना अनिवार्य कर दिया है. वाहन चालक से चार रुपये अतिरिक्त लेकर बीमा किया जाता है और बीमा वाले घायल मरीजों को एयर एंबुलेंस की सुविधा दी जाती है.
11 करोड़ आबादी, 130 लोग एयर एंबुलेंस लेने में सक्षम
बिहार की आबादी 11 करोड़ है. इतनी बड़ी आबादी वाले राज्य में अगर इतने महंगे शुल्क पर एयर एंबुलेंस की सेवा ली जाये तो सिर्फ 130 लोग ही ऐसे हैं, जो यह सुविधा ले सकते हैं. अगर एयर एंबुलेंस लेने की बारी हो, तो 130 करोड़पति ही इसका उपयोग कर सकेंगे.
दो तरह के होते हैं एयर एंबुलेंस
यहां दो तरह के एयर एंबुलेंस हैं. हेलिकॉप्टर और टर्बोप्रॉप या जेट एयर एंबुलेंस. हेलिकॉप्टर एयर एंबुलेंस कम दूरी के लिए इस्तेमाल किया जाता है जबकि टर्बोप्रॉप या जेट एयर एंबुलेंस लंबी दूरी के लिए.
देश में वर्ष 2011 में अपोलो, मेदांता और नारायण हृदयालय ने मिल कर एयर एंबुलेंस के नेटवर्क को विकसित किया. बाद में तेजी से इस सुविधा का विकास कई राज्यों में हुआ. उससे पहले देशी-विदेशी चार्टर विमान सेवा उपलब्ध करवाने वाली कंपनियां ही इस तरह की सेवाएं उपलब्ध कराती थीं. जरूरी उपकरणों से सुसज्जित एयर एंबुलेंस की कीमत 10-11 करोड़ रुपये है. देश के बड़े मेडिकल समूहों द्वारा विमान खरीद कर या लीज पर लेकर ऐसी सुविधा शुरू करने से एयर एंबुलेंस सेवा का विस्तार हुआ है.
अब कहीं भी मांगे जाने पर घंटे भर के भीतर सेवा प्रदाता कंंपनियां इसे उपलब्ध करवा देती हैं.
चार्ज 60 से 75 हजार रुपये प्रति घंटा
जेट एयर एंबुलेंस का सामान्य किराया 75 हजार रुपये प्रति घंटा है. प्लाटस पीसी 12 सेवा शुरू करने के बाद मेदांता ने इसके चार्ज में 20 फीसदी की कमी की है. कई अन्य अस्पताल भी 60 हजार प्रति घंटा की दर से चार्ज ले रहे हैं.
हेलिकॉप्टर एंबुलेंस तुलनात्मक रूप से सस्ता है और इसका किराया जेट एंबुलेंस से लगभग आधा है. सेवा के अपेक्षित विस्तार के बाद दोनों तरह के एंबुलेंस के किराये में 40-50 फीसदी तक की कमी संभव है.
मेडिकल टीम का चार्ज अलग से
एयर एंबुलेंस में गंभीर मरीजों को ले जाते समय गहन निगरानी के लिए डाॅक्टरों की एक टीम की जरूरत पड़ती है. मेडिकल टीम में एक जनरल सर्जन, एक जेनरल फिजिशियन, एनेस्थेटिक, कार्डियोलॉजिस्ट, टेक्नीशियन व रेस्क्यू नर्स शामिल होते हैं. उन सबका खर्च रोगी को अलग से चुकाना पड़ता है, जिससे खर्च बहुत बढ़ जाता है. सब मिला कर पटना से दिल्ली या गुड़गांव का खर्च 2.5 से 3 लाख के बीच आता है. जबकि बेंगलुरु और मुंबई के लिए मरीजों को पांच से छह लाख तक खर्च करना पड़ता है.
डॉक्टर का चार्ज अलग
एयर एंबुलेंस में गंभीर मरीजों को ले जाते समय गहन निगरानी के लिए डाॅक्टरों की एक टीम की जरूरत पड़ती है. मेडिकल टीम में एक जनरल सर्जन, एक जेनरल फिजिशियन, एनेस्थेटिक, कार्डियोलॉजिस्ट, टेक्नीशियन व रेस्क्यू नर्स शामिल होते हैं. उन सबका खर्च रोगी को अलग से चुकाना पड़ता है.
क्या होता है एयर एंबुलेंस
एयर एंबुलेंस में मरीजों को आईसीयू की सुविधा प्रोवाइड करायी जाती है. साथ ही मरीज के दो परिजन भी इस एयर एंबुलेंस में यात्रा करते हैं. इसमें एक या दो डॉक्टर रहते हैं. पटना से दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता व बेंगलुरु के लिए एंबुलेंस उपलब्ध है.

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