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बिहार : जानिए क्यों मिला राज्य के 19 बीएड कॉलेजों को शो कॉज
पटना : नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीइ) की ईस्टर्न रीजन काउंसिल (ईआरसी) ने राज्य के 19 बीएड कॉलेजों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इनमें ऐसे सात बीएड कॉलेज हैं, जिनकी मान्यता पर भी संकट उत्पन्न हो सकता है. हाल ही में भुवनेश्वर में ईआरसी की 243वीं बैठक हुई, जिसमें बिहार, झारखंड, पश्चिम […]
पटना : नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीइ) की ईस्टर्न रीजन काउंसिल (ईआरसी) ने राज्य के 19 बीएड कॉलेजों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इनमें ऐसे सात बीएड कॉलेज हैं, जिनकी मान्यता पर भी संकट उत्पन्न हो सकता है.
हाल ही में भुवनेश्वर में ईआरसी की 243वीं बैठक हुई, जिसमें बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, ओड़िशा समेत अन्यराज्यों में स्थित सरकारी व निजी बीएड कॉलेजों के आवेदन, मान्यता के प्रावधान व शर्तों का अनुपालन आदि पर विमर्श किया गया. इस क्रम में राज्य के कुछ कॉलेजों को बीएड व डीइएलएडी की सीटें बढ़ाने की स्वीकृति दी गयी.
वहीं, मांग के अनुरूप कागजात नहीं सौंपने वाले व शर्तों को पूरा नहीं करनेवाले कॉलेजों को शो कॉज जारी करते हुए जवाब तलब किया गया. इनमें ऐसे भी कॉलेज हैं, जिन्होंने स्वीकृत बिल्डिंग प्लान, एफिलिएटिंग बॉडी से हस्ताक्षरित फैकल्टी लिस्ट आदि काउंसिल को नहीं सौंपी है. काउंसिल ने निर्धारित समय-सीमा में जवाब नहीं सौंपने वाले कॉलेजों के आवेदन या मान्यता रद्द करने तक की भी चेतावनी दी है.
इसी क्रम में काउंसिल ने वैसे सात कॉलेजों को मान्यता रद्द करने की चेतावनी दी है, जिन्होंने नौ महीने बाद भी शो कॉज का जवाब नहीं दिया है. बैठक की कार्यवाही के अनुसार इनमें ऐसे छह कॉलेज हैं, जिन्हें पिछले 16 जनवरी को शो कॉज पत्र भेजा गया था. जबकि एक कॉलेज को 24 मई को जवाब तलब किया गया था. लेकिन उन कॉलेजों की ओर से काउंसिल को जवाब प्राप्त नहीं हुआ है.
बाबा बैद्यनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन का आवेदन रद्द : काउंसिल ने जमुई स्थित बाबा बैद्यनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन के संबद्धता आवेदन को रद्द कर दिया है.
कॉलेज की ओर से बीएड व डीइएलइडी की मान्यता के लिए आवेदन किया गया था. काउंसिल की ओर से बताया गया है कि कॉलेज ने 16 अप्रैल, 2016 को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से निर्गत अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) समर्पित किया था. लेकिन, बोर्ड के निदेशक (एकेडमिक) ने जानकारी दी है कि कॉलेज को एनओसी निर्गत नहीं किया गया है. साथ ही कॉलेज की भूमि व्यक्तिगत नाम से है.
इस पर विचार-करने के बाद कॉलेज के दोनों आवेदन रद्द कर दिये गये. एनसीटीई ईआरसी, भुवनेश्वर के चेयरमैन डॉ शुक्ला मोहंती ने कहा कि नियम व शर्तों को लेकर काउंसिल गंभीर है. गुणवत्तापूर्ण व निर्बाध शिक्षक प्रशिक्षण के लिए यह जरूरी है. नियम व शर्तों को ध्यान में रखते हुए बैठक में विमर्श किया गया.
इन कॉलेजों को शो कॉज
आरपी बीएड कॉलेज, नवादा
बीएल बीएड कॉलेज, औरंगाबाद
एलपी सहनी इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग, मुजफ्फरपुर
जनार्दन प्रसाद सिंह टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, सारण
मधेपुर टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, मधुबनी
परमार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर्स एजुकेशन, रोहतास
आरएस शारदा देवी एजुकेशनल कॉलेज, वैशाली
डॉ एसपी सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन, मोतिहारी
केके मुल्ती टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, नालंदा
एसएमएसएच एजुकेशनल ट्रस्ट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, पू. चंपारण
मथुरा सिंह टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, सारण
रूरल टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, शेखपुरा, नालंदा
इन कॉलेजों की मान्यता पर संकट, अंतिम बार शो कॉज
विक्रमादित्य कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बिहारशरीफ
प्रतिभा पल्लवन टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, मसौढ़ी, पटना
ज्ञान प्रकाश कॉलेज ऑफ एजुकेशन, मानपुर, गया
विमल विभूति कॉलेज ऑफ एजुकेशन, सबौर
रामश्रेष्ठ सिंह कॉलेज टीचर ट्रेनिंग विंग, मुजफ्फरपुर
नालंदा महिला शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेज, बिहारशरीफ
नजीरुल हसन टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, बरवारी बाजार, खगड़िया
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