पटना : राज्य के प्रारंभिक स्कूलों के बच्चों के हाथ में इस महीने के अंत तक पाठ्य पुस्तकें मिल जायेंगी. फिलहाल किताबों की छपाई चल रही है, लेकिन शिक्षा विभाग ने इसके वितरण का शेड्यूल जारी कर दिया है. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देश दे दिया है कि किताब मिलने पर अविलंब बच्चों के बीच इसका वितरण कर दें.
किताबों को एक जगह पर रोक कर रहने की स्थिति में संबंधित पदाधिकारी पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. आरके महाजन ने साफ किया है कि क्लास एक से आठ तक की किताबें प्रखंडों के प्रखंड संसाधन केंद्र पर जल्दी उपलब्ध करा दी जायेगी. पुस्तकें मिलने के बाद एक भी किताब जिला, प्रखंड, संकुल या स्कूल स्तर पर एक्सट्रा न रहें, यह सुनिश्चित करें. बच्चों को वितरण करने के बजाय एक भी किताब रखे मिलें तो संबंधित प्रधानाध्यापक, शिक्षक, कर्मचारी या पदाधिकारी को दंडित किया जायेगा.
कहीं भी किताबों को भंडारण न रहें इसके लिए डीइओ स्कूल के प्रधान, संकुल संसाधन केंद्र समन्वयक, प्रखंड साधन सेवी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, बीइपी के पदाधिकारी, डीपीओ से सर्टिफिकेट लेकर और खुद सर्टिफाइ कर उसे बिहार शिक्षा परियोजना को भेजेंगे. प्रखंड मुख्यालय में बीइओ व उनके द्वारा नामित सक्रिय प्रखंड साधन सेवी, सक्रिय संकुल संसाधन केंद्र के समन्वयक ही किताबें ले सकेंगे. किताबें मिलने के बाद उसे पांच दिनों के अंदर स्कूलों में वितरित कर देना होगा. इसके बाद स्कूल के प्रधानाध्यापक उन किताबों को दो दिनों में बच्चों को बांट देंगे. इसके बाद एक महीना में स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जायेगा. अधिकारी किताबों की गुणवत्ता को देखेंगे.