आरोप पत्र में जयश्री ठाकुर के पति राजेश कुमार चौधरी, पुत्र ऋषिकेश चौधरी व पुत्री राजश्री चौधरी को भी आरोपित बनाया गया है. निगरानी ने 11 जुलाई, 2013 में दो करोड़ 27 लाख 76 हजार 766 रुपये आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया था. अनुसंधान के क्रम में निगरानी की जांच टीम ने पाया कि जयश्री ठाकुर अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध तरीके से अकूत संपत्ति अर्जित की.
जयश्री ठाकुर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी बांका व अपर समाहर्ता भागलपुर ने अपने पद पर रहते हुए भागलपुर, पटना व बांका में परिजनों के नाम 18 प्लॉट, बीमा क्षेत्र में 33 निवेश, 15 बांड तथा विभन्नि बैंकों में 76 खाते रखे हैं. बैंक खातों में करोड़ों रुपयों का लेन-देन पाया गया है. निगरानी ने अनुसंधान के क्रम में 13 करोड़ 98 लाख 38 हजार 213 रुपये आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप पत्र विशेष अदालत में दाखिल किया है.